वीतराग श्रमण!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीतराग श्रमण –VitaragaSrmana. One free from all passionate delusions, a saint. शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के राग से मुक्त साधु वीतराग श्रमण है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीतराग श्रमण –VitaragaSrmana. One free from all passionate delusions, a saint. शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के राग से मुक्त साधु वीतराग श्रमण है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिष्टाक – Pistaka. Name of the 28th Indrak or Patal (layer) of Saudharma Ishan Yugal heaven. सौधर्म ईशान युगल के २८ वें इन्द्रक या पटल का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैक्रियिक षटक –VaikriyikaSarka A type of hexa pertaining to transformable body (of deities & hellish beings). वैक्रियिक शरीर व वैक्रियिक अंगोपांग, नरक गति व नरक गत्यानुपूर्वी, देवगति व देवगत्यानुपूर्वी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म लोभ – Sukshma Lobha. Minute greediness. सूक्ष्म साम्पराय को सूक्ष्म लोभ कहते हैं अथवा 10 वें गुणस्थान में पाया जाने वाला लोभ ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यास – Nyaasa. Installation, Entrusting. रखना; निक्षेप, लोक व्यवहार नाम, stस्थापनादि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुह्य – Suhya. Name of a country f Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरत क्षेत्र आर्यखण्ड का एक देश ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवनभूमि – Bhavanabhumi. An auspicious land in the assembly of Lord Arihant. समवशरण की भूमि जहाँ ध्वजा – पताकयुक्त अनेकों भवन हैं “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == दान : == जह उसरम्मि खित्ते पइण्णवीयं ण िंक पि रुहेइ। फलवज्जियं वियाणह, अपत्तदिण्णं तहा दाणं।। —वसुनन्दि श्रावकाचार : २४२ जिस प्रकार ऊसर खेत में बोया गया बीज कुछ भी नहीं उगाता है, उसी प्रकार अपात्र में दिया गया दान भी फलरहित—सा है। साहूणं कप्पणिज्जं, जं न वि दिण्णं…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुशांति – Sushaanti. Name of a king of Kuru dynasty. कुरूवंशी एक राजा, यह द्वीपायन का पुत्र और शांतिप्रिय का पिता था ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायमकरंद – Nyaaymakaranda. See – Nyaaydeepaawali. देखें – न्यायदीपावली “