सूत्रसम्यक्त्वार्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूत्रसम्यक्त्वार्य – Sutra Samayaktvaarya. See- Sutra Darsanaarya. देखे – सूत्रदर्षनाय ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूत्रसम्यक्त्वार्य – Sutra Samayaktvaarya. See- Sutra Darsanaarya. देखे – सूत्रदर्षनाय ।
टंकण A city near Girikuta mountain and Eravati river, To do typing. ऐरावती नदी व गिरिकूट पर्वत के निकट स्थित एक नगर, टाइप करना। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == ममत्व : == ममता खट परै रगे, ओनीदे दिन रात। लेनो न देनो इन कथा, भोरे ही आपत जात।। —आनन्दघन ग्रंथावली :: पद : ३५ ममता नारी में यदि कोई गुण है तो वह है मोहित करने का। किन्तु वह स्वर्ण—कटार किस काम की, जिसका स्पर्श—मात्र प्राणान्त का…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्य- Manushya. Human beings. मनुष्य गति में उत्पन्न हित अहित विवेक को धारण करने वाला , व्याकरण की व्युत्पत्ति ‘मनोरपत्यंमानवाः’ के अनुसार मनु की संतान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प – Pa. The 21st consonant of the Devanagari Syllabary. देवनागरी वर्णमाला का 21 vanवाँ व्यंजन, इसका उच्चारण स्थान ओंठ है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म साम्पराय – Sukshma Saamparaaya. Minute passions, spiritual stage of slight delusion. सूक्ष्म कषाय को सूक्ष्म साम्पराय अर्थात 10 वां गुणस्थान कहते हैं जहाॅं मात्र सूक्ष्म लोभ् का उदय रह जाता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिता – Pita. Father, Name of a presiding deity of a lunar ‘Magha’. जनक, मघा नामक नक्षत्र के अधिपति देवता का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरजा – Viraja. Name of the prime city in Nalin Kshetra (region) ‘of west videh (region), Name of a vapi (like large lake) situated in southern Nandishvardvip (is- land). अपर विदेह के नलिन क्षेत्र की प्रधान नगरी, नन्दीश्वर द्वीप की दक्षिण दिशा में स्थित वापी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म आलोचना – Sukshma Aalochanaa. An infraction of self criticism, hiding big faults (but exposing little faults). आलोचना का एक अतिचार । छोटे-छोटे दोष कहकर भय, मद कपट आदि के कारण बडे दोष छिपाना ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंगल (शास्त्र) – Pimgala (Sastra). A treatise (prosody or metrics). एक छन्द शास्त्र “