परस्त्री त्याग!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री त्याग:Abstention from adultery.स्वदार संतोष व्रत, परस्त्री सेवन का त्याग करना ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री त्याग:Abstention from adultery.स्वदार संतोष व्रत, परस्त्री सेवन का त्याग करना ।
तिर्यक् Oblique or Tilt, Subhuman beings. तिरछा , टेढा , आडा, तिर्यंच गति के जीव। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शन मोह क्षपक Destroyer of right faith deluding Karmas. दर्शन मोहनीय कर्म को नष्ट करने वाला क्षायिक स्म्यग्दृष्टि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तिर्यंचगति One of the 4 body forms or destinities (Gatis) i.e. Gati of animals, the beings other than human, celestial & infernal beings. 4 गतियों में एक गति, मनुष्य, देव और नारकी जीवों करो छोड़कर शेष एकेन्द्रिय से लेकर पंचेन्द्रिय जीवों की गति , जो मायाचारी, आर्त्तध्यान आदि से प्राप्त होती है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर सल्लेखना – Shareera Sallekhanaa. Holly destruction of the body by reducing food taking etc. (an austerity). बाह्य सल्लेखना या कायक्लेश रूप अनुष्ठान करना अर्थात् भोजन आदि त्याग करके शरीर को कृश करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पर समय:False belief of involvement in materialism (i.e. other than soul).जीव का परद्रव्यरत रहना, आत्मा को छोडकर पर द्रव्य को निज रूप मानना । जैन धर्म से बहिर्भूत सभी शास्त्र आदि परसमय कहलाते है।
तादात्म्य संबंध Complimentary relationship. जो संबन्ध कभी न छूटे, जैसेअग्नि और उष्णता । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शय्या परिषह – Shayyaa Parishaha. A kind of affliction relted to sleeping with hardness. 22 परिषहों में एक परिषह; ध्यान अध्ययन अथवा मार्ग के श्रम से थककर साधू द्वारा कठोर भूमि पर एक करवट बिना कुछ ओढ़े अल्प निद्रा लेना और बाधा को समतापूर्वक सहन करना “