द्रव्यत्व!
द्रव्यत्व Substantiality. द्रव्य के 6 सामान्य गुणों में एक जिस शक्ति के निमित्त से द्रव्य हमेशा एकसा नहीं रहता, उसकी पर्यायें हमेशा बदलती रहती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्यत्व Substantiality. द्रव्य के 6 सामान्य गुणों में एक जिस शक्ति के निमित्त से द्रव्य हमेशा एकसा नहीं रहता, उसकी पर्यायें हमेशा बदलती रहती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उष्ट्रकूट श्रेणी Camel back range . ऊँट की पीठ की तरह प्रदेशों की निषेक रचना को उष्ट्रकूट श्रेणी कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रव्य अनुयोग One of the 4 expositions (Anuyogs) of Jainism, dealing with substances (matters) & metaphysics. 4 अनुयोगों में एक – पदार्थों के अस्तित्व तथा उनके प्रमाण का वर्णन अथवा शुद्ध-अशुद्ध जीव आदि छः द्रव्यों का वर्णन।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हेमकूट – Hemakuuta. Name of the 40th city in the south of Vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की दक्षिणी श्रेणी का 40वां नगर।
दीर्भाग्य Bad luck, Unfortune. दुर्भग नामकर्म रूप आदि गुणों से युक्त होकर भी अप्रीतिकंर अवस्था होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हृदिनंदि – Hrdinandi. Name of a Bhattarak of Nandi group. नंदिसंध बलात्कारगण भट्टारक आम्नाय वारां गट्ठी के एक भट्टारक विश्वचन्द्र के षिष्य। समय वि. 1156।
देहमान Investigation related to the body of beings. जीवों की शारीरिक अवगाहना का प्रमाण।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिरण्यगर्भ – Hiranyagarbha. One of the 1008 names of lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 1008 नामांे मे से एक। जब भगवान गर्भ मे थे तभी सुवर्णमय हो गई थी और आकाश से देवो ने सुवर्ण की वृष्टि की थी, इसलिए भगवान का नाम हिरण्यगर्भ भी है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परम अद्वैत: Another name of Mokshmarga & path of salvation, Ultimate state of bliss.निर्विकल्प समाधि अथवा निष्चय मोक्ष मार्ग का अप रनाम ।