भैक्ष्यशुद्धि!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भैक्ष्यशुद्धि:Purity in procedural food taking. अचौर्य व्रत की एक भावना; शास्त्त्रोक्त विधि से शुद्ध भोजन ग्रहण करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भैक्ष्यशुद्धि:Purity in procedural food taking. अचौर्य व्रत की एक भावना; शास्त्त्रोक्त विधि से शुद्ध भोजन ग्रहण करना “
उत्तरकालीन Subsequent. बाद या भविष्य में उत्पन्न होने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिबोध – Pratibodha. Awaking knowledge; discernment, vigil. जागरण, जानकारी या ज्ञान, सम्यग्दर्शन-ज्ञान, व्रत और शील गुणों को उज्जवल करने, मॉल को धोने अथवा जलाने का नाम प्रतिबोध है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषाद्वैत – Purusadvaita. Monotheist. एक ही महात्मा है वह सर्व व्यापक है वह सब ब्रम्ह का स्वरूप है ऐसा मानने वाले “
तेरहविध क्रिया स्थान Particular 13 reverential duties (6 essentials, bowings to Panch-Parmeshthi, Asahi, Nisahi). छह आवश्यक पंच परमेष्ठी नमस्कार, असही और निसही ये तेरह क्रियाएं है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पतिघात – Pratighaata. Counterblow, Reaction, Obstrution. एक मूर्तिक पदार्थ का दूसरे मूर्तिक पदार्थ के द्वारा व्याघात होना ” प्रतिकार, प्रतिषेध, बाधित होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतर – Pratara. Area or (particular unit)2. एक-एक आकाश प्रदेशात्मक पंक्ति के वर्ग को प्रतर कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदंत (कवि) – Puspadamta (Kavi). A poet who wrote Yashodhar Charitra & Nagkumar Charitra etc. books. एक कवि जिन्होंने यशोधर चरित्र व् नागकुमार चरित्र आदि ग्रंथों की रचना की “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लिंगज श्रुतज्ञान – अनक्षरात्मक श्रुतज्ञान, चिन्ह से उत्पन्न होने वाला श्रुतज्ञान। Limgaja Srutajnana-A kind of symbolic knowledge pertaining to Shrutgyan (scriptural knowledge), Unsyllabic knowledge
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्करद्वीप – Puskaradvipa. Name of the 3rd island of middle universe. मध्यलोक का तृतीय द्वीप- जो की कालोदधि समुद्र को घेरकर १६,००००० योजन के विस्तार से युक्त है. अपरनाम- पुष्करद्वीप. इसके मध्य में चूड़ी के आकार का मानुषोत्तर पर्वत होने से यह दो भागो में विभक्त है, जिन्हें पुष्करार्ध्द कहते हैं “