द्विपृष्ठ!
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आशा Hope, Desire, A female divinity of Ruchaka mountain. उम्मीद चाह रूचक पर्वत निवासी दिक्कुमारी देवी। [[श्रेणी:शब्दकोष]] [[श्रेणी: पुत्री]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्निमेष दृष्टि – Nirnimesha Drishti. Unwinking eyes; an excellence of Loed Arihant. पलक झपकनेका अभाव; अर्हत भगवान के केवलज्ञान के 11 अतिशियोंमें एक “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य कारण – Bahya Karana. External cause. कार्य सिध्द में निमित्तभुत बाहरी कारण जिसके होने पर कार्य की सिध्द अवश्यंभावी नहीं है “
उदयादित्य Name of a king and a Kannad poet. भोजवंशी राजा जयसिंह के पुत्र (नरवर्मा के पिता मालवा देश के राजा-ई. 1058-1093) उदयादित्यालंकार के रचयिता एक कन्नड कवि (ई. 1150)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
उत्पादक Producer, Manufacturer, Grower. बनाने वाला या उत्पन्न करने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरुपक्रम आयुष्क – Nirupakrama Aayushka. Beings having non reducible age or to have timely death (according to Jaina philosophy). अन्पवर्तितआयुष्क देव, नारकी, भोगभूमिज तिर्यच व मनुष्य जिनका अकालमरण नहीं होता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निराकार स्थापना निक्षेप –Nirakaara sthaapanaa Nikshepa. Unmaching installation of two different images. किसी वास्तु में किसी की स्थापना जिसमें उसका आकर वैसा न हो “