धर्मसेन!
धर्मसेन Name of a great Acharya possessing knowledge of 11 Angas & 10 Purvas, Name of a Bhattarak. एक आचार्य ; 11 अंग 10 पूर्व के ज्ञाता 11 महामुनियों में 11 वें मुनि, भट्टारक; सप्त व्यसन चरित्र के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मसेन Name of a great Acharya possessing knowledge of 11 Angas & 10 Purvas, Name of a Bhattarak. एक आचार्य ; 11 अंग 10 पूर्व के ज्ञाता 11 महामुनियों में 11 वें मुनि, भट्टारक; सप्त व्यसन चरित्र के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रज्ञप्ति – Pragyapati. Name of ruling female demigod of Lord Sambhavanath, A type of super power. सम्भवनाथ भगवान की शासन देवी का नाम, विधाधरों की एक विधा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्य (तत्त्व) – Punya (Tattva) Merits, Pious qualities or elements. जीव के दया, दानादि रूप शुभ परिणाम जिससे आत्मा विशुद्ध हो पुण्य कहलाते हैं “
धर्मयुगल Religious philosophy of polytheism. अनेकांत ; प्रतिपक्ष धर्म सहित सत्ता (जैसे-नित्य-अनित्य, सत्ता-असत्ता आदि)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मरण : == एकं पण्डितमरणं, छिनत्ति जातिशतानि बहुकानि। तद्मरणे मत्र्तव्यं, न मृत: सुमृत: भवति।। —समणसुत्त : ५७० एक पंडित मरण (ज्ञानपूर्वक मरण) सैकड़ों जन्मों का नाश कर देता है। अत: इस तरह मरना चाहिए, जिससे मरण सुमरण हो जाए। एकं पण्डितमरणं, प्रतिपद्यते सुपुरुष: असम्भ्रान्त:। क्षिप्रं स मरणानां, करिष्यति…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचास्तिकाय – Panchaastikaaya. A great treatise written by Acharya Kund-kund. आचार्य कुन्द-कुन्द (ई.127-179) द्वारा रचित ग्रंथ “
धर्मनंदि A Bhattarak of Nandi group. नंन्दिसंघ बलात्कारगण के एक भट्टारक। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बालयती – Balayati. A celibate saint from childhood. अविवाहित रहकर जो कुमार अवस्था मे ही दीक्षा धारण कर लेते हैं, ऐसे मुनि ” चौबीस तीर्थकरो मे से पाँच तीर्थकर (वासुपूज्य, मल्लिनाथ,नेमिनाथ, पाश्रृनाथ व महावीर स्वामी) बालयती हुए है “
एकत्व भावना Feeling of unitariness (reg. difference in soul & family etc.). कुटुम्ब परिवार आदि को आत्मा से भिन्न करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धर्म(नाम) Name of chief disciples (Gandhars) of Lord Vasupujya and Lord Shreyansnath, Name of the 3rd Baldev, Another Name of Acharya Dharmasen. वासुपूज्य एवं श्रेयांसनाथ भगवान के प्रमुख गणधर, तीसरे बलदेव, श्रुतकेवली आचार्य धर्मसेन का अपरनाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]