दिनप्रतिमायोग!
दिनप्रतिमायोग A type of physical mortification, An external austerity. एक प्रकार का कायक्लेश तप।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दिनप्रतिमायोग A type of physical mortification, An external austerity. एक प्रकार का कायक्लेश तप।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तिर्यक् आयत चतुरस्र Tiryak Åyåta Caturasra. Cuboid. धन । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
इला Name of a summit and a female deity . हिमवान पर्वत का कूट तथा रूचकवर पर्वत की दिक्कुमारी देवी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आत्मश्रद्धान Self – respect with self devotion. शरीर और वचन के स्वरूप को आत्मा से भिन्न जानते हुए समय को वैराग्य और ज्ञान से व्यतीत करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तिजारा (तीर्थ) Name of a Digambar Jain Atishay Kshetra (a place of pilgrimage) of Lord Chandraprabh in Alvar dist. Rajsthan. राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक सुन्दर नगर जहाँ चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र अवस्थित है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
इन्द्रच्छन्द A radiant garland (string of pearls) worn by Indra, Chakravarti etc. एक दैदीप्यमान हार इसे इन्द्र चक्रवर्ती आदि धारण करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तर्क संग्रह A book written by Shivaditya. वैषेषिक साहित्य प्रवर्तक शिवदित्य का एक ग्रंथ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऐरावती The other name of the mother of Lord Shantinath, Name of a river of Sambhutaraman forest. भगवान शान्तिनाथ की माता का दूसरा नाम, सम्भूतरमण वन की नदी जिसके किनारे विद्याधर चंदना को छोड़ गया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आध्यान Repeated reflections. अनित्यादि12 भावनाओं का बार-बार चिंतवन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तरेप्पन क्रिया वृत Union or association with youngs (which is prohibited in relation to observing celibacy). श्रावक की 53 क्रियाओं के वृत – अष्टमूलगुण , बारह व्रत, बारहि तप, समता भाव, ग्यारह प्रतिमाएं, चार दान, पानी छानकर पीना, रात्रि भोजन त्याग, सम्यग्दर्शन सम्यग्ज्ञान आसैर सम्यग्चारित्र के वृत । इनकी विधिस ग्रंथों में देखें। [[श्रेणी: शब्दकोष…