तैजस संघात नामकर्म!
तैजस संघात नामकर्म Karmic nature causing luminous body. जिसके उदय से तैजस वर्गणाएं परस्पर छेद रहित एकमेक हो जाएं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तैजस संघात नामकर्म Karmic nature causing luminous body. जिसके उदय से तैजस वर्गणाएं परस्पर छेद रहित एकमेक हो जाएं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवंश – Harivammsa. Name of a great Kshatriya dynasty established by Lord Rishabhdev. ऋषभदेव द्वारा संस्थापित प्रसिद्व 4 क्षत्रियवंशो मे एक महावंष। ऋषभदेव ने हरि नाम के राजा को बुलाकर उसे महामण्डलीक राजा बनाया था।
तेजस्वी Lustrous bodied beings, A king of Ikshvaku dynasty, A chief disciple of Lord Adinath. शारीरिक एंव आत्मिक प्रभा से युक्त जीव, इक्ष्वाकुवंश का एक राजा, आदिनाथ भगवान का एक गणधर। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिकांता – Harikaamtaa. Name of the 6th river of harikshetra (region) among all 14. हरिक्षेत्र की एक प्रसिद्व नदी। यह 14 महानदियो मे छठी नही है।
त्रिजट A king of Vidyadhar dynasty. राक्षस वंश का एक राजा, रावण का पक्षधर का विद्याधर । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हतसमुत्पत्तिक – Hatasamutpattika. The karmic places originated after the destruction of the relative karmas. कर्मों का द्यात जाने पर जिन सत्यकर्म अर्थात् सत्ता मे विद्यमान कर्म की उत्पत्ति होती है, उन्हे हतसमुत्पत्तिक कहते है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परपाखण्ड कथा:Tale pertaining to hypocrisy.पाखण्ड से संबंधित कथा।
तनुरक्षक देव Attendant deities of Indras. इंद्र की सेवा में रहने वाले अंगलक्षक जाति के देव। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वेच्छारी – Svecchaacaarii. One free from any restraints, willful, wayward. अपनी इच्छा से आचरण करने वाला।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परजुगुप्सा कथा:Contemptuous talk.दूसरों के प्रति ग्लानि व अरूचि उत्पन्न कराने वाली कथा ।