राश्ट्रकूटवंश!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंश – जंगतुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंश – जंगतुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति Name of a book written by Acharya Amitgati, A part of scriptural knowledge (Shrutgyan) containing description about whole Jambudvip. आचार्य अमितगति (ई. ९९३-१०४६) द्वारा रचित ग्रन्थ , परिकर्म दृष्टिवाद श्रुत का एक भेद ; इसमें ३ लाख २५ हज़ार पदों के द्वारा जम्बूद्वीप का सम्पूर्ण वर्णन है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सविकल्प – Savikalpa. With option, Knowledge is called as Savikalpa. विकल्प सहित, ज्ञानोपयोग (ज्ञान) को सविकल्प कहा गया है।
जम्बूमती A river of Bharat Kshetra in Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वार्थसिद्धि वचनिका – Sarvaarthasiddhi Vachanikaa. Hindi translation work of ‘Sarvarthsiddhi Gramtj’ written by Pandit Jayachandra Chabra. पं0 जयचन्द्र छाबडा (ई0 1809) कृत सर्वार्थसिद्धि गंथ की भाषा वचनिका ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रौप्याद्रि – चांदी जैसे वर्ण वाला एक विजयार्ध पर्वत। इसका अपरनाम रोप्य षैल है। Raupyadri-name of the Vijayardh mountain having silvery form
छाया-संक्रामिणी A type of super knowledge. एक प्रकार की विद्या ; भगवान ऋषभदेव की भक्ति द्वारा नमि-विनमि को प्राप्त विद्या ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वसाधु – Sarvasaadhu. Great Digambar Jain saints involved in spirituality. रत्नत्रय साधना में रत ढाई द्वीप संबंधी समस्त दिगम्बर जैन साधु । णमोकार मंत्र के पाॅंचवे पद में इन समस्त साधुओ को नमस्कार किया गया है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव प्राधान्य – Bhava Pradhanya. Presidence of sentiments. आत्माभावों के प्रकरण में भाव लेश्या की प्रधानता होना “