गुरुत्व!
गुरुत्व Gravitational force, Eminence, Greatness. भारी, जो किसी भी तरफ किसी चीज को ले जाए वह गुरुत्व है ,पुद्गल अधोगुरुत्व और जीव ऊर्ध्व गुरुत्व धर्मं वाले हैं , बड़प्पन , महानता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुरुत्व Gravitational force, Eminence, Greatness. भारी, जो किसी भी तरफ किसी चीज को ले जाए वह गुरुत्व है ,पुद्गल अधोगुरुत्व और जीव ऊर्ध्व गुरुत्व धर्मं वाले हैं , बड़प्पन , महानता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपनय To show similarity between two objects by illustration. पक्ष और साधन में दृष्टांत की सदृषता दिखाने को उपनय कहते है जैसे यह पर्वत भी वैसा ही धूमवान् है। अर्थात् दृष्टांत की अपेक्षा लेकर पक्ष में हेतु का दोहराना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गोशाल Name of the founder of a false doctrine. एक मिथ्यामृत प्रवर्तक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंदोदरी Mamdodari. Name of the wife of Ravan. रावण की पटरानी, जिसने रावण की मृत्त्यु तथा पुत्रो आदि के वियोग से दुखी होकर दीक्षा ले ली “
उपकार्य-उपकारक संबंध Beneficial relation. बंध का एक भेद जिस पर उपकार हो वह उपकार्य और जो उपकार करे वह उपकारक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वितर्क – Vitarka.: Argument or to make arguments. श्रुत “विशेषरूप से ऊहा या तर्कणा करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंत्र दोष: A type of saint’s fault related to obtaining food by giving temptation of some mystic word. दाता को मंत्र की महिमा बताकर और मंत्र देने की आशा दिलाकर यदि साधु आहार प्राप्त करें तो वह मंत्रदोष कहलाता हैं एवं आहार देने वाले के द्वारा व्यंतरादिदेवों को विद्या तथा मंत्र से बुला…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजया – Vijayaa.: Mother’s name of Tirthankar (Jain-Lord) Ajitnath,Name of the female demigod of Jain-Lord Aranath. तीर्थंकर अजितनाथ की माता राजा जितशत्रु की रानी ,भगवान अरहनाथ की शासन देवी “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंगलाव्रत: Name of a summit of Saumnasa mountain and its protecting deity. सौमनस पर्वत का एक कूट व उसका रक्षक देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजयकीर्ति – Vijayakirti.: Name of a spiritual teacher of Nandi group (the disciple of Gyanbhushan). नंदिसंघ बलात्कारगण ईडर गद्दी में ज्ञानभूषण के शिष्य तथा शुभचन्द्र के गुरु “समय –वि. 1552 – 1570 “