सचेलता!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचेलता – Sachelataa. To be clothed or covered with cloth. वस्त्र सहित होना अर्थात् सावरण होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचेलता – Sachelataa. To be clothed or covered with cloth. वस्त्र सहित होना अर्थात् सावरण होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्फोट – Sphota. A bursing up, an explore, an element causing intensive expression of some meaning.किसी वस्तु का फूटना, विदारण, मीमांसक मान्य एक व्यापक तत्त्व जिसके द्वारा ध्यन्यात्मक शब्द मे अर्थ प्रकाषन की सामथ्र्य अभिव्यक्त होती है। स्फोटवाद का जैनाचार्यों ने निराकरण किया है।
चौका विधान Procedure for purification pertaining to saint- food. द्रव्य , क्षेत्र , काल , भाव की शुद्धि , मन शुद्धि , वचन शुद्धि , काय शुद्धि , आहार शुद्धि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष नाम विभीषणता – Sparssana Naama Vibhiisanataa. A type of Anuyogdwar (disquisition door).देखे- स्पर्ष अंतर विधान।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रसना ज्ञान – जिव्हा इन्द्रियों से होने वाला ज्ञान। Rasana Jnana- Sense of taste, knowledge perceived by tongue
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शैल कर्म – Shaila Karmaa. Pertainung to sculpure. शैल का अर्थ पत्थर है, उससे निर्मित प्रतिमाओं का नाम शैलकर्म है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पंदरहित नेत्र – Spamdarahita Netra. Eyes devoid of blinking (non-blinking).अर्हत भगवान के केवलज्ञान के दस अतिशयो मे एक, स्पंद रहित (टिमकार रहित) दृष्टि।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रष्मिवेग – पुश्कलावती के विजयार्ध पर त्रिलोकोत्तम नगर के राजा विद्युतगति का पुत्र था।युवावस्था में दीक्षित हुआ, योग में लीन स्थिति में एक अजगर निगल गया।समाधिपूर्वक मरने से अच्यूत स्वर्ग के पुश्कर विमान मे देव हुअ्रा। Rasmivega-The son of kind Vidyutgati of Trilokottam city situated in Pushkalavati country of Vijayardh mountain
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावशल्य – Bhavasalya. Internal thorn (falsehood etc.). जिस कर्म के उदय से जीव के माया, मिथ्या व निदान रूप परिणाम होते हैं “