पक्षाभास!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पक्षाभास: Fallacious arguments. मित्याप्रक्ष -इष्ट, असक्ष् िऔर अबाधित इन विषेषणो से विपरीत अनिष्ट, सि़द्व व बाधित पक्षाभास है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पक्षाभास: Fallacious arguments. मित्याप्रक्ष -इष्ट, असक्ष् िऔर अबाधित इन विषेषणो से विपरीत अनिष्ट, सि़द्व व बाधित पक्षाभास है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुमुक्षु–Mumukshu. Those desirous of salvation or liberation. मोक्ष की इच्छा करने वाले भव्य जीव” समयसार में निर्ग्रन्थ दिगंबर मुनिओ को मुमुक्षु कहा है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रांकुशा –Vajraankushaa: Name of a super power. एक विद्या “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैषद – Naishada. Name of a country situated on Vindhyanchal mountain of Bharat Kshetra (region). भरतक्षेत्र के विन्ध्याचल पर्वत पर स्थित एक देश “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूगोल – Bhugola. Geography. जैनाभीमत में मध्यलोक- जंबुद्वीप आदि ब्रह्रांड का वर्णन विषय भूगोल में है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रमूल – Vajramuula The other name of Sumeru mountain. सुमेरु पर्वत का एक अपर नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैकायिक – Naikaayika. An eoithet for a saint engrossed in Ratnatray. पूर्णरत्नत्रय निकाय में हुआ नैकायिक है “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यथाजातरूपधर–Yathajaatrupadhar. One having natural form without any worldly attachment. व्यवहार से नगन्पने एवं निश्चय से जो आत्मा का स्वरुप है उसे जोधारणकरता है”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषयसंरक्षणानंद – Vishayasamraksananamda. Intense passionate attachment. एक प्रकार का रौदृ ध्यान, परिग्रह व इन्द्रिय भोग के पदार्थों की रक्षा में मोह करते रहना चौथा रौदृध्यान हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्र – Vajra Name of the 1st & 68th chief disciples of Lord Abhinandannath & Lord Adinath respectively, A thunderboll , stroke of lightening. तीर्थंकर अभिनन्दननाथ के प्रथम एवं भगवान आदिनाथ के 68वें गणधर का नाम , एक अस्त्र –इसकी मार से पर्वत भी चूर – चूर हो जाता है “