चालुक्य वंश!
चालुक्य वंश Name of a dynasty. एक वंश का नाम जिसमें अरिकेसरी (ई. ९४९- ९७४) आदि राजा हुए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चालुक्य वंश Name of a dynasty. एक वंश का नाम जिसमें अरिकेसरी (ई. ९४९- ९७४) आदि राजा हुए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरस – Sarasa. Juicy, tasty, charming, name of the 2nd patal (layer) & Indrak of Brahma heaven. रसयुक्त, स्वादिष्ट, मनेाहर, भावपूर्ण, ब्रह्म स्वर्ग का द्वितीय पटल व इन्द्रक।
ततवार्थवृत्ति Name of a commentary book written on ‘Tattvarthsutra’. तत्वार्थसूत्र टीका विषयक एक ग्रंथ, आचार्य श्री श्रुतसागर सूरि द्वारा लिखित । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
चारित्राराधना A type of observance of right conduct. ४ आराधनाओं में एक भेद ; सम्यक् चारित्र को यथायोग्य रीति से दृढ़तापूर्वक धारण करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यग्दृष्टि – Samyagdrishti. One with right perception or faith. जो जीव सम्यग्दर्षन सहित हो।
देवप्रभ An Acharya who wrote ‘Pandav Purana’. पांडव पुराण (प्राकृत) के कर्ता एक आचार्य। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
छन्दोबिंदु A prosody written by Nagvarm. नामवर्ग (ई. सन् ९९०) द्वारा रचित एक छंदशास्त्र ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
त्रिभुवनचूडामणि Two Siddhayatana summits of Bhadrashal forest. भद्रशाल वन में स्थित दो सिद्धायतन कूट। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शैलघन श्रोता – Shailaghana Shrotaa. A type of unwise or imprudent listener. 14 प्रकार के श्रोताओं में एक भेद; जिनके परिणाम हमेशा कठोर रहते हैं तथा जिनके ह्रदय में समझाये जाने पर भी जिनवाणी रो जल का प्रवेश नहीं होता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पंर्धक – Spardhaka. Group of aggregates of karmic molecules.वर्गणाओ के समूह को स्पंर्धक कहते है।