पारितापिकी क्रिया!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारितापिकी क्रिया – Paritapiki Kriya. Activity causing pain to self & others. साम्परायिक आस्त्रव की २५ क्रियाओं में एक क्रिया; जो क्रिया स्वयं व् दूसरे को दुख उत्पन्न करावे “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारितापिकी क्रिया – Paritapiki Kriya. Activity causing pain to self & others. साम्परायिक आस्त्रव की २५ क्रियाओं में एक क्रिया; जो क्रिया स्वयं व् दूसरे को दुख उत्पन्न करावे “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सद्गति : == समणं भट्ठचरित्तं ण हु सक्को सुग्गइं णेदुं। —मूलाचार, समयसराधिकार : १४ चारित्र से भ्रष्ट होने वाला श्रमण सद्गति प्राप्त करने में समर्थ नहीं।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकपंक्ति क्रिया – Lokapankti kriyaa.: Silly tradition of entertaining activities. अंतरात्मा के मलिन होने से मूर्ख लोग जो लोक को रंजायमान करने के लिये क्रिया करते हैं उसे लोकपंक्ति कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापमोहितमती – Papamohitamati. A title for the secluded saint, moving alone. द्र्व्यलिंगी नग्न साधु (मिथ्याद्रष्टि) की उपाधि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पान- Pana Drinkable materials (liquids). पीना, आहार के ४ भेदों में एक भेद; जल, दूध आदि पेय पदार्थ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाताल:Name of the ruling demigod of Lord Vimainath, lower region of universe.विमलनाथ भगवान का शासक यक्ष, लवण समुद्र की तली मे स्थित बड़े-बड़े खड़ पृथ्वी का अधोभाग।
गुरुमूढ़ता Belief in false preceptor of spiritual teachers. हिन्सादि पाप क्रियाओं में एवं आरम्भ परिग्रह में लिप्त रहने वाले साधुओं को गुरु मानकर उनकी भक्ति , वंदना , प्रशंसा आदि करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आदित्य The Sun, A type of special heavenly deities (Laukantik Dev), One of the 9 heavenly aboding places of celestial deities of Anudisha type. सूर्य, लौकांतिक देवों का दूसरा भेद, 9 अनुदिश विमानों में एक इन्द्रक विमान।[[श्रेणी:शब्दकोष]][[श्रेणी:पुत्र]]