प्रारब्ध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारब्ध – भाग्य, नियति। Prarabdha- Fate of Destiny
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतधर आम्नाय – Shrutadhara Aamnaaya. The tradition of great saints possesing scriptural knowledge (shrutgyan). श्रुत को धारण करने वाले आचार्यो की परम्परा, मूलसंघ की पट्टावली में अंतिम श्रुतकेवली भद्रबाहु हैं “
आभिनिवेशक मिथ्यादर्शन Intuitional perversity (wrong faith). अगृहीत मिथ्यात्व परोपदेश बिना शुद्ध जीवादि पदार्थों के विषय में विपरीत श्रद्धान होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आलोकित पान भोजन To take purified and observed food. अहिंसा महाव्रत की एक भावना अर्थात् देख शोध कर भोजन पान ग्रहन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गंडविमुक्त देवी The disciple of maghnandi muni kollapuriya. माघनंदि मुनि कोल्लापूरे के शिष्य तथा भानुकीर्ति व देवकीर्ति के गुरु थे. समय ई. ११३३-११६३। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशिष्ट पद – Vishishta.Pada. A kind of dicquisition door . पदमीमांसा आदि अनुयोगद्वारा के उत्क्रष्टादि भेद पदों के १३ भेदों में से एक भेद “
इतरेतराभाव Mutual/reciprocal state of non-existence, Respective absence. अन्योन्याभाव-पुद्गल द्रव्य की एक वर्तमान पर्याय में दूसरे पुद्गल की वर्तमान पर्याय का अभाव होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आत्मभूत Integral virtue, self natured, indigenous quality. लक्षण- जो लक्षण वस्तु के स्वरूप में मिला हो उससे मित्र न हो सके, जैसे जीव का लक्षण चेतना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्वितीय वर्ग Square of first square (mathematically). प्रथम वर्ग का पुनः वर्ग करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उत्थितनिविष्ट A type of meditative relaxation (with wrong conceptions). कायोत्सर्ग का एक भेद ध्यान में खड़े हुए भी आत्र्त-रौद्र (खोटे) विचारों का चिंतवन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]