जिनायतन!
जिनायतन The Jain temples (natural & man made). जिनमंदिर-यह अकृत्रिम-कृत्रिम के भेद से दो प्रकार के होते हैं। ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
जिनायतन The Jain temples (natural & man made). जिनमंदिर-यह अकृत्रिम-कृत्रिम के भेद से दो प्रकार के होते हैं। ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वद्रव्य रति – Svadravya Rati. Devotion in one-self.आत्मद्रव्य मे प्रेम य तल्लीनता होना (स्वद्रव्य रति ही सुगति का कारण है)।
जयबाहु Name of an Acharya possessing knowledge of some Angas (scriptural knowledge). आचारांगधारी ४ मुनियों में तीसरे मुनि , अपरनाम यशोबाहु ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वच्छंद वृत्ति – Svacchammda Vrtti. Restraintless conduct.स्वेच्छानुसार आचरण करना।
जयभद्र Name of a great Acharya saint. आचारांगधारी ४ मुनियों में दूसरे मुनि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद्वादवदन विदारण – Syaadvaadavadana Vidaarana. Name of a treatise written by Acharya Shubhchandra.आचार्य शुभचन्द्र (ई0 1516-1556) द्वारा रचित न्याय विषयक ग्रंन्थ।
जन्मेजय A king of Kuru dynasty. कुरुवंशी राजा परीक्षित का पुत्र और शतानीक का पिता (ई.पू. १४५०-१४२०)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादभेदतत्व – Syaadbhetatva. Uni-expression of virtuous-one & virtures like to say fire & its heat both are the same.किसी दृष्टि से गुणी और गुण मे भेद न होना, जैसे-अग्रि की उष्णता अग्रि से अभिन्न है।
जनपद सत्य A type of truth; regional language. १० प्रकार जके सत्यों में एक सत्य – आर्य का अनार्य भेदयुक्त बत्तीस जबनपदों में धर्म , अर्थ , काम और मोक्ष का साधक वचन ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]