विरोधी धर्म!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरोधी धर्म – Virodhi Dharma. Antagonism, Objective, Opposite nature (like cool-hot ect.). जीवादि पदार्थों में ठंडा – गर्म, नित्य –अनित्य, एक – अनेक, भेद- अभेद आदि अनेक विरोधी गुण “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरोधी धर्म – Virodhi Dharma. Antagonism, Objective, Opposite nature (like cool-hot ect.). जीवादि पदार्थों में ठंडा – गर्म, नित्य –अनित्य, एक – अनेक, भेद- अभेद आदि अनेक विरोधी गुण “
चैत्यप्रासाद भूमि The first land of Samavasharan (the holy assembly of Lord Arihant). सम्वशरण की प्रथम भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वज्ञदेव – Sarvagyadeva. Omniscience (Lord Arihant, Siddha). केवली आप्; जो त्रिकालवर्ती गुण पर्यायो से संयुक्त समस्त लोक और अलोक को प्रत्यक्ष जानते है वह सर्वज्ञदेव है अर्थात् अर्हत व सिद्व।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संहनन नामकर्म – Sanhanana Naamakarma. Physique making Karmic nature causing joints of bones in the body (of 6 kinds- strong, weak etc.). जिस कर्म के उदय से हड्डियों का बंधन विशेष होता है ” वज्रऋषभनाराच, वज्रनाराच, नाराच, अर्धनाराच, कीलक और असंप्राप्तसृपाटिका ये संहनन के 6 भेद हैं “
चूर्णिका Pounded rice or grain. भेद का एक प्रकार ; उड़द मूंग आदि का जो खंड किया जाता ह.ई , वह चूर्णिका है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरीसृप – Sareesripa. A reptile, crawing beings. पानी मे रहने वाला एक प्रकार का सर्पः एक तिर्यच जीव। इसकी उत्कृष आयु 9 पूर्वाग की है एवं जघन्य आयु अन्तर्मुहूर्त की है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूप्यमाशफल – तौल का प्रमाण विषंेश। Rupyamasaphala-A weighing unit
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सयोगकेवली – Sayogakevalee. An omniscient possessing physical presence. सशरीरी परमात्मा। 13 वें गुणस्थान मे अरहंत परमात्मा जो अनंत चतुष्टय सहित परमौदारिक देह सहित है, जिनका उपदेष व विहार होता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूप्यकूला – जम्बूद्वीप व हैरण्यवत क्षेत्र में प्रवाहित एक महानदी। यह रूक्मि पर्वत के महापुएिडरिक दह से निकलती है। Rupyakula-Name of a great river which flows in Hairanyavat region of jambudvip (island)