लांगलचित्र!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलचित्र – परिणाम संख्या की हल के आकार की रचना लांगल चित्र कहते है। Lamgal Citra-a plough like figure
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलचित्र – परिणाम संख्या की हल के आकार की रचना लांगल चित्र कहते है। Lamgal Citra-a plough like figure
गुण्य Multiplicable number. जिस राशि को किसी अन्य राशि से गुणा किया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यगति प्रायोग्यानुपूर्वी – Manushyagati Praayogyaanupuurvi. Transmigratory state of soul as in previous shape while going towards human birth. जिस कर्म के उदय से मनुष्य गति में जाते हुए जीव के पूर्व शरीर के समान आत्मा के प्रदेशों का आकार बना रहे “
गौड़ A country of Bharat Kshetra in Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड का एक देश ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वितस्ति – Vitasti.: A type of palm measurement. एक बालिश्त “12 अंगुल की लम्बाई का माप या हाथ को पूरा फैलाकर अंगूठे से कनिष्का तक की दूरी “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंत्रशाला: A part of the palaces of astrological deities. ज्योतिष देवों के प्रासादों में एक कक्ष अथवा जिसमें राजा अपने मंत्रियों के साथ मन्त्रणा करते हैं वह कक्ष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्ध्यपर्याप्तक – अपर्याप्तक नाम कर्म के उदय से जो जीव अपने योग्य पर्याप्तियों को पूर्ण किए बिना ही ष्वास के 18 वें भाग में मरण को प्राप्त हो जाता है अर्थात जिसके एक भी पर्याप्ति पूर्ण नही होती उसे लब्ध्यप्र्याप्तक कहते है। Labdhyaparyaptaka-Absolutely, non development beings (Having very short life)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विजयाचार्य – Vijayaachaarya.: An Acharya, the disciple of Baldevsuri. अपरनाम अपराजित ,बलदेवसूरि के शिष्य एक आचार्य ,इन्होनें भगवती आराधना पर विस्तृत संस्कृत टीका लिखी है “समय –शक सं. 658 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदभूत व्यवहार नय – Sadbhuuta Vyavahaara Naya. A standpoint describing something with differentiation in virtues and virtuous one. व्यवहार नय है।