गुरुपूजा!
गुरुपूजा Paying reverence to teachers. शुभोपयोग , धर्मानुरागपूर्वक गुरु की उपासना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुरुपूजा Paying reverence to teachers. शुभोपयोग , धर्मानुरागपूर्वक गुरु की उपासना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋजुसूत्राभास Bauddha’s belief of momentariness (reg. internal and external thoughts of substances). एक मिथ्या नय, बहिरंग- अंतरंग दोनों द्रव्यों का सर्वथा अपलाप करने वाली क्षणिकवादी बौंद्धदों की मान्यता क्योंकि उनकी मान्यतायें प्रतीति-प्रमाण से बाधित है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उदयगुणश्रेणी आयाम Rising geometric progression length (reg. specific karmic aggregate). उदय रूप निषेको में गुणकार क्रम से आकर्षित द्रव्या दिया जाता है उन निषेकों की संख्याt प्रमाण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सापेक्ष – Saapeksa. Relative, comparative. परस्पर निर्भर, अपेक्षा या विवक्षा ।
ऋद्धिमद Pride of possessing supernatural power. ऋद्धि प्राप्त होने पर गर्व करना या दूसरे साधुओं की अपेक्षा अपना बड़प्पन मानना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आराधना संग्रह A book written by ‘Acharya Padmanandi’. आचार्य पद्मनन्दि द्वारा रचित एक ग्रन्थ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमेष्ठी प्रकाशसार – Name of a book.एक ग्रंथ का नाम ।
ऋषिपंचमी वृत्र A famous Jain vow. कुल 65 उपवास 5 वर्ष 5 महा तक आषाढ़ शुक्ल 5 से प्रारम्भ करके प्रतिमास 2-2 पंचमियों को उपवास करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देवायु कर्म Celestial life-span Karma, Celestial Longevity determining Karma. आयु कर्म का एक भेद जिसके उदय से जीव निश्चित समय तक देव शरीर में रूका रहे।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधारण गुण – Saadhaarana Guna. General virtues or qualities or properties of all matters. जे सब द्रव्यों में व्यापता है, उसे सामान्य गुण कहते है। इसके अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व ये 6 भेद है।