गुणरत्नाचार्य!
गुणरत्नाचार्य Name of an Acharya saint. आचार्य ;षट्दर्शन समुच्चय टीका के कर्ता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुणरत्नाचार्य Name of an Acharya saint. आचार्य ;षट्दर्शन समुच्चय टीका के कर्ता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दण्डधार The 45th son of king Dhratrashtra. राजा धृतराष्ट्र और रानी गंधारी का 45 वां पुत्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकुट – Sankuta. Contracted, Limited. जीव अति सूक्ष्म देह मिलने से संकुचित होता है, इसलिए उसे संकुट कहा गया है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधस्पर्श – निक्षेप रुप स्पर्श का एक भेद; औदारिक, वैक्रियक, आहरक, तैजस और कार्मण शरीर बंध स्पर्श है। Bandhasparsa- Body formation caused due to karmic Binding
गोमती A river of Bharat Kshetra in east Arya Khand (region). भरत क्षेत्र पूर्वी आर्यखण्ड की एक नदी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स – Sa. The 32nd consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का बत्तीसवाँ व्यंजन अक्षर, इसका उच्चारण स्थान दन्त है “
गूढ़ क्षुल्लक Perfect loin-clothed Jaina saints (junior in rank). क्षुल्लक के तीन पदों में से एक पद ; जिन्होंने व्रतों क् पालन करने का पूर्ण अभ्यास कर लिया है वे साहसपूर्वक व्रतों को ग्रहण कर केटे हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षड्विध आहार – Sadvidha Aahaara. Six kinds of intakes. कर्माहार, नोकर्माहार, कवलाहार, लेप्याहार, ओजाहार, मानसाहार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रास्थाल- भरत क्षेत्र उत्तर आर्यखण्ड का एक देष। Prasthala- name of the initiation tree of lord Sumathinath & lord padmaprabha