भृंगार!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भृंगार:An auspicious emblem- a pitcher having long neck and a spout. टोंटीदार कलश (झारी) – जिन प्रतिमा के समीप रहने वालेअष्टमंगल द्रव्यों में से एक “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भृंगार:An auspicious emblem- a pitcher having long neck and a spout. टोंटीदार कलश (झारी) – जिन प्रतिमा के समीप रहने वालेअष्टमंगल द्रव्यों में से एक “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भूषणग्रह:A palace of astral deities. ज्योतिष देवों के प्रासादों में एक गृह।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष]] == चरित्त : == चारित्तं समभावो —पंचास्तिकाय : १०७ समभाव ही चारित्र है। असुहादो विणिवित्ती, सुहे पवित्ती य जाण चारित्तं। —द्रवसंग्रह : ४५ अशुभ से निवृत्ति और शुभ में प्रवृत्ति करना—इसे ही चारित्र समझना चाहिए। थोवम्मि सिक्खिदे जिणइ, बहुसुदं जो चरित्तसंपुण्णो। जो पुण चरित्तहीणो, िंक तस्स सुदेण बहुएण।। —मूलाचार : १०-६…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवाह – Vivaha. Marriage or wedding with religious rites. एक संस्कार – वर, वधु का परिणय विवाह कहलाता हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावार्थ दीपिका – Bhavartha Dipika. A commentary book written by Pandit Shivjit. पं. शिवजित (वि. १८१८) कृत भगवती आराधना की भाषा टीका “
एकावली यष्टि Binding in the same thread, like string of pearls. जो लडी केवल मोतियों से बनाई जाती है, उसे सूत्र भी कहते हैं (अर्थात् एक लडी वाले मातियों का हार)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
उदीचीन Northern. उत्तर दिशा की ओर मुड़ा हुआ उत्तर दिशा से सम्बन्ध रखने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकाग्र Attentive, Concentrated, Single minded. ध्यान-अनेक पदार्थों से हटकर एक विषय में चितवृत्ति को रोक देना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसिद्धि – Sansiddhi. Completion of any work. किसी कार्य का निष्पन्न या पूर्ण होना ” सिद्ध, साधित, आराधित और संसिद्धि शब्द एकार्थवाची हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषमोचिक – Vishamochika. The wood – soled sandal of Chakravarti (emperor) Bharatesh. चक्रवर्ती भरतेश की पादुकाएं या खंडाऊं का नाम “