तामिस्र गुहक!
तामिस्र गुहक A summit of the Vijayardh mountain of Bharatkshetra (region). भरतक्षेत्र सम्बन्धिी विजयार्ध पर्वत का एक कूट। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तामिस्र गुहक A summit of the Vijayardh mountain of Bharatkshetra (region). भरतक्षेत्र सम्बन्धिी विजयार्ध पर्वत का एक कूट। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चौरासी लाख योनि 84 lacs state of birth cycle of beings, ९ प्रकार गुण योनि के विशेष भेद ; पृथिवी ,जल ,अग्नि , वायुकाय , नित्य-इतर निगोद में प्रत्येक की ७-७ लाख योनि , प्रत्येक वनस्पति की १० लाख , दो इन्द्रिय से चतुरिन्द्रिय तक प्रत्येक की २-२ लाख , पंचेंद्रिय तिर्यंच – देव -नारकी…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थापना पूजा – Sthaapanaa puujaa. Consecrational workshop.वीतराग प्रतिमा मे अर्हन्त आदि की स्थापना करके जो पूजा की जाती है वह स्थापना पूजा है।
तरुण संसर्ग To deliberate, to discuss, To conjecture (about) or to interpret, The 1st Patal (layer) of the 2nd hell. जवान, तरुणजनों की संगति जो कि शास्त्र अनुसार निषेध है (ब्रह्मचर्य पालन के संदर्भ में)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चर्मज Something made of the skins of dear, elephant, lion etc. मृग, गज , व्याघ्र , चीता आदि के चर्म से बहना वस्त्र आदि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यक्त्व प्रकृति – Samyaktva Prakrti. A karmic nature causing obstacle in right faith (faith deluding karma). दर्शन मोह की तीसरी प्रकृति, जिसके उदय से क्षयोपशम सम्यक्दर्षन मे चल, मलिन, अगाढ़ दोष उत्पन्न हो अर्थात् निर्मल न रहे।
तपित The 2nd Patal (layer) of the 3rd hell. तीसरे नरक का द्वितीय पटल ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यकचारित्र – Samyakchaaritra. Right conduct-involving into spiritual development. सम्यग्दर्षन सहित शुभ क्रियाओ मे प्रवृत्ति। रागद्वेष को दूरकर समता भाव मे रमना। इसके महाव्रत (सकलचारित्र) व अणुव्रत (देषचारित्र) ये दो भेद है।
तपनतापि A type of deities (related to sky). आकाशोपन्न देव का एक भेद। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]