सर्वधारा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वधारा – Sarvadhaaraa. A mathematical sequence or series of numbers. 14 धाराओं में एक धारा । 1 से लगा कर केवल ज्ञान पर्यत के सर्वस्थान । जैसे 1,2,3,4 5 इत्यादि ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वधारा – Sarvadhaaraa. A mathematical sequence or series of numbers. 14 धाराओं में एक धारा । 1 से लगा कर केवल ज्ञान पर्यत के सर्वस्थान । जैसे 1,2,3,4 5 इत्यादि ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भदंत – Bhadamta. Respectful word for addressing great ascetics. जो सब कल्याणों को प्राप्त हों वह भदन्त हैं , साधु का अपरनाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वज्ञत्व शक्ति – Sarvagyatva Sakti. Power of omniscience. समस्त विश्व के विषेष भावों की जानने रुप से परिणमित ऐसी आत्मज्ञानमयी सर्वज्ञत्व शक्ति है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Supreme, Highest state which is originated after the destruction of all Karmas. उत्कृष्ट, समस्त कर्मों का नाश होने पर अपने स्वभाव से जो उत्पन्न है उसे परा कहते है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यज्ञमित्र–Yagyamitr. Name of the 50th chief disciple of Lord Rishabhdev. तीर्थंकर वृषभदेव के 50वे गणधर का नाम”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरित – Sarit. A region of western videh (region) & a summit of Sukhavah Vakshar (mountain). अपर विदेह का एक क्षेत्र तथा सुखावह वक्षार का एक कूट।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मनंदि: Name of the disciple of Acharya Shri Kunthusagar Maharaj and many other Digamber Jain Acharyas. आचार्यश्री कुंथुसागर जी महाराज के एक प्रसिद्ध षिष्य ( ई0 श0 20-21) । इस नाम से दिगम्बर जैन आम्नाय में अनेको आचर्य हुए है। आचार्य कुंदकुद स्वामी को भी पदमनंदि नाम से जाना जाता है।