ऋजुवाक्कृतार्थज्ञ!
ऋजुवाक्कृतार्थज्ञ One having telepathic knowledge (Manah Prayay Gyan) related to utterances. वचन के द्वारा किये जाने वालेू कार्य को ऋजुमति मनःपर्यय ज्ञान के द्वारा जानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋजुवाक्कृतार्थज्ञ One having telepathic knowledge (Manah Prayay Gyan) related to utterances. वचन के द्वारा किये जाने वालेू कार्य को ऋजुमति मनःपर्यय ज्ञान के द्वारा जानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रोण A weighing unit, A hermitage surrounded by rivers and mountains. तौल का एक प्रमाण (16 द्रोण 1 खारी), नदी और पर्वत से वेष्टित वसती।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधुसेन – Saadhusena. The 38th chief disciple of Lord Rishabhnath. तीर्थकर ऋषभनाथ के 38 वें गणधर ।
द्रव्य सामायिक Physically avoiding all evils. चेतन- अचेतन द्रव्यों में इष्ट – अनिष्ट रूप विकल्प नहीं करना द्रव्य सामायिक है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एक क्षेत्रावगाह Occupency of matters (at a common space), A relation of togetherness. एक- संबंध – एक स्थान पर साथ रहने वाले द्रव्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावास्त्रव – Bhavasrava. Flowing of Karmas. आत्मा के जिस परिणाम से पुदगल द्रव्य कर्म बनकर आत्मा में आता है उस परिणाम को भावास्त्रव कहते हैं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमार्थ सत्य:Ultimate truth, Transcendental realm of truth. अंतिम सत्य, परम सत्य ।
द्रव्य विशेष Excellence of a matter. जीव पुद्गलादि में अमूर्तिक-मूर्तिक विशेष धर्म । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधक श्रावक – Saadhaka Shraavaka. A type of householder (votary) who renounces all the attachments (from body, food etc.) for holy death (samadhi). श्रावक के तीन भेदो मे एक भेद। जो श्रावक जीवन के अंत मे शरीर, आहार आदि से ममत्व छोड़कर आत्म शुद्वि के लिए समाधिमरण की साधना करता है। उत्कृष्ट श्रावक के…
द्रव्य प्रत्याख्यान Resolution for the renunciation of non-acceptable matters. अयोग्य आहार, उपकरण वगैरह पदार्थों को ग्रहण नहीं करूँगा ऐसा संकल्प करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]