पर निमिक्तक उत्पाद!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर निमिक्तक उत्पाद :A kind of origination.उत्पाद के दो भेदों में एक भेद, परप्रत्यय उत्पाद ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर निमिक्तक उत्पाद :A kind of origination.उत्पाद के दो भेदों में एक भेद, परप्रत्यय उत्पाद ।
त्रियोग Vibration in the spaces of soul (due to activities of mind, speech and body). मन, वचन, काय के हलन चलन से आत्मा के प्रदेशों का सकम्प होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] स्वार्थी – Svaarthii. One engrossed in self, selfish one, one of the 88 planets. आध्यात्मिक व्याख्या के अनुसार आत्महित मे संलग्न रहने वाले को स्वार्थी कहते है। क्षुद्र मनुष्य जो अपना कार्य करने मे ही तत्पर रहते है उन्हें स्वार्थी कहा गया है, जैसे मेद्य परोपकारी है और बड़वानल स्वार्थी है। 88 ग्रहो…
जयंतभट्ट Name of the writer of ‘Nyaya Manjari’. ई. ८४० के ‘न्याय मंजरी’ ग्रन्थ के कर्ता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वाधीन सुख – Svaadhiina Sukha. Supreme bliss. स्ंसार के समस्त विषय-कषायोे की रहितता से प्राप्त सुख। यह सुख सिद्वो मे पूर्णतः प्रगट होता है।
गोणसेन Name of a disciple of Siddhantdeva. सिद्धांत देव के शिष्य तथा अनंतवीर्य के गुरु थे, समय- ई.. ९६०-१००० ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साकांक्ष अनशन – Saakaanksha Anasana. A type of austerity (fasting) to be observed for some specific time periods. अवधृत काल अनषन तप अर्थात् नियतकालीन उपवास। इसके शष्टम, अष्टम, द्वादष, पंद्रह दिन, एक मास, कनकावली, मुरज, सिंहनिष्क्रीडित इत्यादि जो भेद जहाॅ है, वह सब साकांक्ष अनशन तप है।
तेईस Twenty three; type of aggregatal grouping of karmic molecules or variforms. 23 वर्गणा के भेद।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहेतुक प्रत्याख्यान – Sahetuka Pratyaakhyaana. Causal renunciation-one of the 10 types of renunciations. प्रत्याख्यान के 10 भेदों में एक भेद ” किसी निमित्त से किया जाने वाला त्याग जैसे-इस ग्रंथ का अध्ययन आदि पूर्ण होने तक अमुक वस्तु का त्याग करना “
तिर्यंच जलोक Middle universe. मध्यलोक यह असंख्यात वलयाकार द्वीपों और समुन्द्रों से शोभायमान है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]