भावश्रुत!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावश्रुत – Bhavasruta. Acquisition of scriptural knowledge by listening of Dvadshang. द्वादशांग (जिनवाणी) के सुनने से जो स्वसंवेदन रूप ज्ञान होता है वह भावश्रुत है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावश्रुत – Bhavasruta. Acquisition of scriptural knowledge by listening of Dvadshang. द्वादशांग (जिनवाणी) के सुनने से जो स्वसंवेदन रूप ज्ञान होता है वह भावश्रुत है “
आहार्य विपर्यय Assimilated molecules of Karmas. दूसरे के गलत उपदेश से विपरीत शास्त्रज्ञान का ग्रहण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तिर्यग्त्रिक A triplet related to Tiryanch beings. तिर्यचगति, तिर्यचगत्यानुपूर्वी, तिर्यंच आयु। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बारह तप व्रत- शुक्ल पक्ष में विशेष वििध के साथ किया जाने वाला उपवास। ये 144 दिन में पूर्ध किया जाता है। इसकी विशेष वििध व्रत विधान संग्रह के पृ. 115 पर एवं किशनसिंह क्रियाकोश में देखें। Baraha tapa Vrata- A particular type of vow (fasting)
तिर्यग्व्तिक्रम Exceeding the limits set in the direction, namely horizontally. दिग्व्रत का एक अतिचार, समान धरातल में की गई सीमा का उल्लंधन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ताल Pond (tank), The palm tree, Name of a musical instrument (a kind of cymbal). तालाब , ताड का वृक्ष , एक धनवपाद्य (मंजीरा)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तारक A type of peripatetic deities, Name of the 2nd Pratinarayan. पिशाच जातीय व्यंतर देवों का एक भेद, वर्तमान काल का द्वितीय प्रतिनारायण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ताड़पत्र Palm leaf, leaves of Palm tree (used for writing scriptures in ancient times). ताड़वृक्ष के पत्ते , जो प्राचीन काल में लिखने के काम आते थे। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संघ – Sangha. The group of Jaina saints. रत्नत्रय से युक्त श्रमणों का समुदाय ” ऋषि, मुनि, यति और अनगार के समुदाय का नाम संघ है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादर क्षेत्रफल- बादर परिधी X (व्यास+4) अर्थात πr2 Badara ksetrapala- Gross area