उद्योतन!
उद्योतन Fair conception (free from any doubt, desire etc.). शंका कांक्षा आदि दोषों को दूर करना इसको सम्यक्त्वाराधना कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उद्योतन Fair conception (free from any doubt, desire etc.). शंका कांक्षा आदि दोषों को दूर करना इसको सम्यक्त्वाराधना कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्र शल्य–Mishra Shalya. A type of internal sting. द्रव्य शल्य के तीन भेद मै से एक भेद; सचित्त एवं अचित्त दोनों प्रकार के द्रव्यों में ममत्व भाव”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यानुबंधी पुण्य – Punyanubandhi Punya. Right use of possessed right virtues & qualities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुध्दि, कौशल आदि क्षमताओं को पुण्यार्जन में लगा देना “
गगनखंड Part of sky. नभ या आकाश खंड; जहाँ ज्योतिष देव अपनी-अपनी परिधियों में पंक्तिरूप से संचार करते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध – Shuddha. Pure, free from faults, i.e. sins or errors. विशुद्ध, निर्दोष, विमल ” द्रव्य, स्वभाव, परमभाव, परमार्थ तत्व, शुद्ध, परम ये सब एकार्थवाची हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्डरीकिणी (देवी तथा वापी) – Pimdarikini (Devi & Vapi) Name of a female deity of Ruchakvardvip (is- land) & mountain, A Vapi (large lake with down steps) of Nandishvardvip (island). रुचकवर द्वीप व पर्वत की दिक्कुमारी देवी एवं नन्दीश्वर द्वीप की वापी का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुचिशाल – Shuchishaala. The 67th chief disciple of Lord Rishadev. भगवान ऋषभदेव के 67 वें गणधर “
एकपर्वा A supernatural knowledge of medicine. एक औषधि विद्या जो नमि, विनमि को देवियों से मिली थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गंगातट Bank of river, the ‘Ganga’. गंगा नदी का किनारा जहाँ से लक्ष्मण ने अनेक देवों एवं विद्याधर राजाओं को अपने वश में किया था । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुक्र – Shukra . Name of the 87th planet, the 9th heaven and the first Indrak (layer) of shukra heaven. 87वां ग्रह, 9वां स्वर्ग, शुक्र स्वर्ग का प्रथम इन्द्रक “