हरिवंश!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवंश – Harivammsa. Name of a great Kshatriya dynasty established by Lord Rishabhdev. ऋषभदेव द्वारा संस्थापित प्रसिद्व 4 क्षत्रियवंशो मे एक महावंष। ऋषभदेव ने हरि नाम के राजा को बुलाकर उसे महामण्डलीक राजा बनाया था।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवंश – Harivammsa. Name of a great Kshatriya dynasty established by Lord Rishabhdev. ऋषभदेव द्वारा संस्थापित प्रसिद्व 4 क्षत्रियवंशो मे एक महावंष। ऋषभदेव ने हरि नाम के राजा को बुलाकर उसे महामण्डलीक राजा बनाया था।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यगति प्रायोग्यानुपूर्वी – Manushyagati Praayogyaanupuurvi. Transmigratory state of soul as in previous shape while going towards human birth. जिस कर्म के उदय से मनुष्य गति में जाते हुए जीव के पूर्व शरीर के समान आत्मा के प्रदेशों का आकार बना रहे “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिकांता – Harikaamtaa. Name of the 6th river of harikshetra (region) among all 14. हरिक्षेत्र की एक प्रसिद्व नदी। यह 14 महानदियो मे छठी नही है।
त्रिजट A king of Vidyadhar dynasty. राक्षस वंश का एक राजा, रावण का पक्षधर का विद्याधर । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हतसमुत्पत्तिक – Hatasamutpattika. The karmic places originated after the destruction of the relative karmas. कर्मों का द्यात जाने पर जिन सत्यकर्म अर्थात् सत्ता मे विद्यमान कर्म की उत्पत्ति होती है, उन्हे हतसमुत्पत्तिक कहते है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परपाखण्ड कथा:Tale pertaining to hypocrisy.पाखण्ड से संबंधित कथा।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्ध्यपर्याप्तक – अपर्याप्तक नाम कर्म के उदय से जो जीव अपने योग्य पर्याप्तियों को पूर्ण किए बिना ही ष्वास के 18 वें भाग में मरण को प्राप्त हो जाता है अर्थात जिसके एक भी पर्याप्ति पूर्ण नही होती उसे लब्ध्यप्र्याप्तक कहते है। Labdhyaparyaptaka-Absolutely, non development beings (Having very short life)
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वेच्छारी – Svecchaacaarii. One free from any restraints, willful, wayward. अपनी इच्छा से आचरण करने वाला।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परजुगुप्सा कथा:Contemptuous talk.दूसरों के प्रति ग्लानि व अरूचि उत्पन्न कराने वाली कथा ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राज्यातिक्रम – करवंचन – राज्य नियमों के विरूद्ध टैक्स चुडी बचाना आदि अस्तेय व्रत का एक अतिचार। Rajyatikarma-Tax evasion