राश्ट्रकूटवंश!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंश – जंगतुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंश – जंगतुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
चिलातपुत्र Name of an Anuttaropapadak in the era of Lord Mahavira. भगवान् वीर के तीर्थ के एक अनुत्तरोपपादक साधु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चित्रविचित्र Variegated, A king of Kuru dynasty. रंग -बिरंगा , कुरुवंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रौप्याद्रि – चांदी जैसे वर्ण वाला एक विजयार्ध पर्वत। इसका अपरनाम रोप्य षैल है। Raupyadri-name of the Vijayardh mountain having silvery form
चंचत्(चंचु) Name of the 11th Patal (layer) of ‘Saudharm’ heaven. सुधर्मा स्वर्ग का ११वें पटल का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तोत्र – Stotra. Spiritual and religion hymn.कविता के रुप मे किसी इष्ट देव का वर्णन करना। प्रषंसा स्तुति, स्तोत्र एकार्थवाची है। भिन्न-भिन्न आचार्यों ने अनेक स्तोत्र लिखे है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव प्राधान्य – Bhava Pradhanya. Presidence of sentiments. आत्माभावों के प्रकरण में भाव लेश्या की प्रधानता होना “
चरमावाली Last or ultimate Avali (a time period). अंतिम आवली ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधि – Samaadhi. Profound ordeep meditation (esp. with the concentration upon the soul). वीतराग भाव से आत्मा का ध्यान करना समाधि है अथवा समस्त विकल्पांे का नष्ट हो जाना समाधि है।