आत्मयज्ञ!
आत्मयज्ञ A supreme sacrificial act of purifying soul. क्रोधाग्रि,कामाग्रि और उदराग्रि का वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना।यति मुनि आदि इस यज्ञ से मुक्ति प्राप्त करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आत्मयज्ञ A supreme sacrificial act of purifying soul. क्रोधाग्रि,कामाग्रि और उदराग्रि का वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना।यति मुनि आदि इस यज्ञ से मुक्ति प्राप्त करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रवि – सूर्य, राक्षस वंषी एक विद्याघर राजा। Ravi-The sun, Name of a king of Rakshsas dynasty
इंद्रिय बल Sensual strength. 10 प्राणों में एक भेद वीर्यान्तराय एंव मतिज्ञानावरण कर्म के क्षयोपशम से प्राप्त इन्द्रियों की शक्ति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्ता ग्राहक शुद्ध द्रव्यार्थिक नय – Sattaa Graahaka Shuddha Dravyaarthika Naya. A standpoint emphasizing to the existence of matters. जो नय उत्पाद और व्यय को गौण करके मुख्य रूप से केवल सत्ता को ग्रहण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रविवार व्रत – विषेश प्रकार से नौ वर्शों तक रविवार के दिन किया जाने वाला एक व्रत। Ravivara Vrata- A particular type of vow or fasting to be observed with specified procedure on sun day
उन्मत्तजला A Vibhanga river of east Videh (a region). पूर्व विदेह की एक विभंगा नदी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रयणसार – आचार्य कुन्दकुन्द कृत 167 प्राकृत भाशाओं में निबद्ध गं्रथ। Rayanasara-name of a treatise by Acharya Kund Kund
आत्मरक्षा Self restraint from karmic bondage. आत्मा को कर्म बंधन से मुक्त कराने वाले संयम का आचरण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्षण – किसी वस्तु की पहचान बताने वाला स्वरूप हेतू या चिन्ह को लक्षण कहते है। Laksana-Symptoms, Indication, Characteristics or distinguish feature