रहोभ्याख्यान!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रहोभ्याख्यान – सच्याणुव्रत का एक अतिचार स्त्री – पुरूशों की एकांत में की गयी चेश्टा को प्रकट करना। Rahobhyakhyana-Secret discloser of a couple (an infraction of true speech)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रहोभ्याख्यान – सच्याणुव्रत का एक अतिचार स्त्री – पुरूशों की एकांत में की गयी चेश्टा को प्रकट करना। Rahobhyakhyana-Secret discloser of a couple (an infraction of true speech)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संभव – Sambhava. Possible, Probable, Name of a planet, A type of deities. 88 ग्रहों में 52 वां ग्रह ” आकाशोपन्न देवों के 12 भेदों में अंतिम भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयम रक्षा – Sanyama Rakshaa. Strictly observing of restraints by Jaina saints. जैन साधु-संत द्वारा अपने संयम की रक्षा करना “
ऋद्धिगौरव Expression of dignity, venerability. शिष्य पुस्तक कमण्डलु आदि के द्वारा अपना बड़प्पन या अभिमान प्रकट करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आबाधा A time period between binding & fruition of Karmas. कर्म प्रकृति बंध होने के बाद जब तक उदयरूप व उदीरणा रूप वह कर्म प्रकृति हो तब तक का काल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रष्मिकलाप – एक हार, यह 54 लडियों का होता है। Rasmikalpa- A kind of wreath with 54 strings
आप्तमीमांसा विवृद्धि A book written by ‘Kumarsen’. कुमारसेन (ई. सन्696) द्वारा रचित एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रसज – दूध आदि रसों में उत्पन्न होते वाले या वीर्य में उत्पन्न होने वाले जीव।जो सेमूच्छन जन्म वाले होते है और नेत्रों से नहीं दिखते है। Rasaja-Invisible micro beings of take birth in liquids
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगदर्षन – एक दर्षन जो ध्यान धारणा समाधि आदि के द्वारा तत्वों का साक्षात् करने ंका उपाय सुझाता है। Yogadarsana-name of a philosophy
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीभूषण – Shreebhoosana. Name of a Bhattarak, the writer of many books like Shantinath Puran, Pandav Puran etc. शांतिनाथ पुराण, पांडव पुराण, द्वादशांग पूजा तथा प्रबोध चिंतामणि के कर्ता एक भट्टारक “