भावयुति!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावयुति – Bhavayuti. Psychical worldly attachments. क्रोध, मान, माया और लोभादिक के साथ जीवादि द्रव्यों का मिलाप होना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावयुति – Bhavayuti. Psychical worldly attachments. क्रोध, मान, माया और लोभादिक के साथ जीवादि द्रव्यों का मिलाप होना “
उज्जह दोष A fault of Samadhimarana (holy death). समाधिमरण कराने वाला निर्यापक साधु यदि अकेला हो और वह आहारादि को जावे जो समादिमरण करने वाले क्षपक साधु का मन विचलित हो जावे तो धर्म का अपयश हो ऐसा दोष उज्जह दोष है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गारूत्मणि A type of gem causing the removal of the effect of snake poison. सर्प के विष को दूर करने वाली गरूड़ मणि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेधावी–Medhavi. Wise, Intelligent, Name of a disciple of Jinchandra Bhattarak who wrote a treatise ‘Dharma Sangrah Shravakachara’ बुद्धिमान, भट्टारक जिनचंद्र के शिष्य एवं धर्म संग्रहश्रावकाचार केकर्त्ता(ई. सन1462–1484)”
ईहा Keen desire, Curiosity, Speculation. अवग्रह के द्वारा जाने गये पदार्थ के विषय में विशेष जानने की इच्छा या जिज्ञासा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गतदेह Bodiless salvated soul (Lord Siddha). अशरीरी सिद्ध भगवान ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व जिनचैत्य क्रिया – Poorva jinachaitya kriyaa. A type of relegious activity pertaining to reveieing of the same idol of Lord in particular period of 6 months. विहार करते छः महीने से पहले उसी प्रतिमा के पुनः दर्शन हो तो उसे पूर्व जिनचैत्य कहते हैं एवं पूर्व जिनचैत्य का दर्शन करते समय पाक्षिकी क्रिया…
आरोहक One who climbs. चढ़ने वाले।उपशम श्रेणी पर चढ़ने वाले एंव वे देव जो वृषभ आदि बने हुए आभियोग्य जाति के देवों पर सवारी करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
खातफल A measure unit, Volume. क्षेत्रफल को गहराई से गुणा करने पर खात फल होता है । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मौक्तिक प्रशस्त निदान–Mauktik Prashast Nidan. To desire for the state of ommiscience. कर्म नाश, संसार के दुखो की हानि व केवलज्ञान का इच्छा रूप निदान”