विहार!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विहार –Vihara. Movement of Jaina saints on foot from one place to another. गमन, एक स्थान पर रहने से राग बढ़ता है इसलिए जैन साधु विहार करते हैं ” वर्षायोग के अतिरिक्त अधिक काल एक स्थान पर नहीं ठहरते “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विहार –Vihara. Movement of Jaina saints on foot from one place to another. गमन, एक स्थान पर रहने से राग बढ़ता है इसलिए जैन साधु विहार करते हैं ” वर्षायोग के अतिरिक्त अधिक काल एक स्थान पर नहीं ठहरते “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूपिणी – इच्छानुसार अपना रूप परिवर्तन करने में सक्षम एक विद्या। Rupini-a magical power of transforming body form
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रृंखलित – Shrinkhalita. Fettered like standing, an infracting of posture of meditative relaxation. कायोत्सर्ग का एक दोष; बेडी से जक्स्दे मनुष्य की भांति खड़े होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंश – जंगतुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
चित्रा पृथिवी Name of an earth of middle universe with 1000 Yojanas. मध्यलोक की १००० योजन मोती पृथिवी का नाम यह चित्र विचित्र अनेक धातुओं , मणियों से युक्त होती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चन्द्रकान्त A king of Yadu dynasty. वासुदेव का पुत्र. यदुवंश का राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधि संधारणता – Samaadhi Sandhaaranataa. Engrossment into deep meditation for holy death. समयक् प्रकार से समाधि धारण करने की भावना का नाम समाधि संधारणता है। इससे तीर्थकर नामकर्म का बंध होता है। षट्खण्डागम सूत्र मे सोलहकारण भावनाओ मे यह एक भावना कही है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रौप्याद्रि – चांदी जैसे वर्ण वाला एक विजयार्ध पर्वत। इसका अपरनाम रोप्य षैल है। Raupyadri-name of the Vijayardh mountain having silvery form
चर्याश्रावक Observance of a householder. अभ्यासी श्रावक का आचरण ; दर्शन प्रतिमा से अनुमति त्याग प्रतिमा तक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]