वेणुमुल!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेणुमुल –Venumula. Root of bamboo tree. बांस की जड़ ” अनंतनुबंधी माया कषाय का दृष्टांत “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेणुमुल –Venumula. Root of bamboo tree. बांस की जड़ ” अनंतनुबंधी माया कषाय का दृष्टांत “
दिव्यपाद Name of 23rd predestined Tirthankar (Jaina-Lord). जम्बूद्वीप भरतक्षेत्र में स्थित 23 वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम (हरिवंशपुराण के आधार पर ) दूसरे ग्रंथों में इनका नाम देवपाल है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भट्ट अकलंक – Bhatta Akalamka. A famous & great Jainacharya. एक प्रसिध्द जैनाचार्य ” जिन्होंने बौध्द साधुओं को वाद –विवाद में परास्त किया ” इनके द्वारा लिखे गये मुख्य ग्रंथ – तत्त्वार्थ राजवार्तिक, अष्टशती आदि हैं “
दामनंदि Disciple of Sarvachandra and spiritual teacher of Veernandi. ई. 943-973 में सर्वचन्द्र के शिष्य और वीरनन्दि के गुरू थे। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोवेगा – Manovegaa. Name of a ruling female demigod of Lord Chandraprabhu. तिलोयपण्णत्ति के अनुसार भगवान चंद्रप्रभु की शासन यक्षिणी देवी ” इनका प्रसिद्द नाम ज्वालामालिनी देवी है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव कषाय – Bhava Kasaya. Psychical passion. मन में कषाय होना “
दशांग भोग 10 types of enjoyments related to food, sleeping etc. 10 प्रकार के भोग-भजन, भोजन, शयया, सेना,यान, आसन, निधि, रत्न, नगर और नाट्य।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनाचरण Observance of all parts of right perception. सम्यग्दर्शन के 8 अंगों का पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणी धारणा – Vaarunii Dhaaranaa.: A specified super conception of deep meditation. पिंडस्थ ध्यान की एक धारणा;इन्द्रधनुष ,बिजली ,गर्जनादि चमत्कार सहित मेघों के समूह से भरे आकाश का ध्यान करना फिर उन मेघों की बड़ी-बड़ी बूंदों को निरंतर बरसते हुए चिंतन करना ” इस बरसते हुए जल से जो आग्रेयी –धारणा में शरीर के…