इंद्रायुध!
इंद्रायुध Name of a king (in the era of whom Harivansh Puran was composed by Jinsenacharya). उत्तर भारत का एक राजा (ई.750-783 इनके समय में ही जिनसेनाचार्य ने हरिवंश पुरान की रचना की थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इंद्रायुध Name of a king (in the era of whom Harivansh Puran was composed by Jinsenacharya). उत्तर भारत का एक राजा (ई.750-783 इनके समय में ही जिनसेनाचार्य ने हरिवंश पुरान की रचना की थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गंधदेव A protector deity of Nandishvar dvip (island) and kshaudravar. नन्दीश्वर द्वीप तथा क्षौद्रवर का रक्षक देव । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
उत्तरायण The Sun’s northward progress. सूर्य के अंतिम वीथी में स्थिर होने से उत्तरायण माघ माह से (मकर संक्रांतिद से) अषाढ़ माह तक (183 दिन) सूर्य उत्तरायन रहता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शांतिसागर परम्परा – Shantisaagar Paramparaa. The tradition of first Digambar Jain Acharya Charitra Chakravarti Shri Shantisaagarji Maharaj of 20th century, the renovator of Jaina asceticism of new age. बीसवीं सदी के प्रथम दिगम्बर जैनाचार्य चरित्र चक्रवर्ती श्री शांतिसागर जी महाराज ने चूँकि इस युग में मुनिपरम्परा को पुनः जीवंत कर चतुर्विध संघ परम्परा को…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय आलोचना – Nishchaya – Aalochanaa. Absolute introspection. जीव द्वारा परिणामों को समभाव में स्थापित कर निज आत्मा में तन्मय होना निश्चय आलोचना है”यह मुनि अवस्था में घटित होती है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेतरणी –Vetarani. Name of a river of hell. नरक लोक की नदी ” जो खून , पीप से भरी हुई है और उसमे प्रवेश करने वाले को दाह उत्पन्न कराती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शर्कराप्रभा – Sharkaraaprabhaa. The 2nd land od hell. नरक की दूसरी पृथिवी, अपरनाम वंशा है ” इसकी प्रभा शर्करा के सामान है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्व्याघात – Nirvyaaghaata. Lack of forceful impact or splitting. स्तिथिकाण्डकघात का अभाव निर्व्याघात कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकोत्तर चेतना –Lokottara Chetana : Right consciousness (of one). ज्ञान या परमार्थ चेतना “