विकस!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकस- Vikasa.: One of the 88 planets (71th). ज्योतिष के 88 ग्रहों में 71 वां ग्रह “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकस- Vikasa.: One of the 88 planets (71th). ज्योतिष के 88 ग्रहों में 71 वां ग्रह “
तैतिल A country situated in Bharat kshetra (region). भरत क्षेत्र में स्थित एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तेईस सिंह Twenty three lions-the 1st dream of Bharat Chakravarti (an emperor) out of 16 dreams. भरत चक्रवर्ती को आए 16 स्वपनों में प्रथम स्वपन । इसका फल है वीर के अतिरिक्त 23 तीर्थंकरों के समय दुष्ट नयों की उत्पत्ति का अभाव होगा । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
घनधारा A cubic sequence. १४ धाराओं में एक धारा; धन संख्या का समूह जैसे २ का घन ८।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनांग जातीय कल्पवृक्ष :A type of wish fulfilling trees. कल्पवृक्षों की एक जाति; ये भोग भूमि के मनुष्यों के लिए इच्छितछःप्रकार के रसों से युक्त स्वादिष्ट भोजन सामग्री प्रदान करते है “
तुल्य बल विरोध Having opposition equally. विरोध का एक प्रकार, ज्ञान को मान लेने पर सब पदार्थें का शून्यपना नहीं बन पाता है और सबका शून्यपना मान लेने पर स्वसंवेदन की सत्ता नहीं ठहरती है यह तुल्य बल विरोध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगवर्धन :Name of a country situated in Bharat Kshetra Arya Khand, the birth place of a Pratinarayan ‘Tarak’. भरत क्षेत्र का एक नगर, जहां ‘तारक’ प्रतिनारायण का जन्म हुआ था “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावलिंग (साधु) – Bhavalinga (Sadhu). An absolute saint with perfect conduct. साधु का जैसा बाहर चारित्र है वैसा ही भाव होना ” प्रमत्त- अप्रमत्त गुणस्थान सम्बन्धी भाव होना ही भावलिंग है “
ग्यारह Eleven, regarding 11 Rudras, 11 spiritual stages of Jain householders. एक संख्या, ग्यारख रूद्र ,श्रावक की ग्रारह प्रतिमा आदि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]