षट्काय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षट्काय – Satkaaya. Six kinds of body forms of living beings. त्रस तथा पृथिव, जल, वायु, अग्नि और वनास्पतिकाय के जीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षट्काय – Satkaaya. Six kinds of body forms of living beings. त्रस तथा पृथिव, जल, वायु, अग्नि और वनास्पतिकाय के जीव “
तिगिंछ Name of a pond situated at Nishadh mountain. निषध पर्वत पर स्थित एक हृद। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तारणस्वामी The writer of a book ‘Upadesh Shuddhasar’. ताण पंथ को प्रारंभ करने वाले, उपदेशशुद्धसार के रचयिता (लगभग 500 वर्ष पूर्व)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रेयांससागर – Shreyaansasaagara. Name of a great Acharya in the disciple tradition of Acharya Shree Shantisagarji Maharaj. 20वीं सदी के प्रथम आचार्य चारित्रचक्रवर्ती श्री शान्तिसागर जी महाराज की परम्परा में हुए पंचम पट्टाचार्य ” इनकी प्रेरणा से मांगीतुंगी सिद्धक्षेत्र पर 24 तीर्थंकर प्रतिमाओं का नूतन जिनमंदिर निर्मित किया गया है ” ये एक महान…
तामिस्र गुहक A summit of the Vijayardh mountain of Bharatkshetra (region). भरतक्षेत्र सम्बन्धिी विजयार्ध पर्वत का एक कूट। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतवीर – Shrutaveera. Name of a Bhattarak of Sen group. सेनसंघ या वृषभ संघ की पट्टावलि के एक भट्टारक “
तरुण संसर्ग To deliberate, to discuss, To conjecture (about) or to interpret, The 1st Patal (layer) of the 2nd hell. जवान, तरुणजनों की संगति जो कि शास्त्र अनुसार निषेध है (ब्रह्मचर्य पालन के संदर्भ में)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीष – Shreesa. The initiation & omniscience tree of Lord Suparshvanaath. तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ का दीक्षा एवं केवलज्ञान वृक्ष ” अपरनाम शिरीष वृक्ष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंदी -उत्साहवर्द्धक मंगल पाठ करने वाले चारण अथवा देव। ये तीर्थकर माता को जगाने व प्रस्थान के समय उच्च स्वर से मंगल पाठ करते है। Bandi- serving deities or beings.