राजर्शि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजर्शि – ऋशि का एक भेद – विक्रिया और अक्षीण षक्ति के धारक साधु। Rajasrsi- A type of saints possessing super powers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजर्शि – ऋशि का एक भेद – विक्रिया और अक्षीण षक्ति के धारक साधु। Rajasrsi- A type of saints possessing super powers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बड़- एक पेड़ का नाम जिसके फल अभक्ष्य कहे गये है। Bara- The Banyan Tree
चक्षुःश्रवा A sanke having hearing sense through eyes. सरो, यह आँख के मार्ग से ही सुनता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सौवीर भुक्ति व्रत -Sauvira Bhukti Vrata. A specified procedural vow (fasting).प्रारम्भ करने के दिन से पहिले एक बार परोसा भोजन करना; अगले दिन उपवास करना । पश्चात एक ग्रास वृद्धि क्रम से एक ग्रास से 10 ग्रास पर्यन्त 10 दिन तक भात व इमली का भोजन करना । पुनः उससे अगले दिन से एक…
गुप्ति Restraint, Self control (in attachments, passions etc.) सम्यक् प्रकार से योगों का निग्रह करना अथवा मन-वचन-काय की स्वछंद प्रवृत्ति को रोकना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देवर्षि A special type of heavenly deities (Laukantik Dev). लौकांतिक देव।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध वेदना- कर्मो के बंध से उत्पन्न वेदना या दु:ख। Bandha Vedana- Pain or trouble caused due to karmic binding
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संभ्रांत – Sanbhraanta. Confused, Agitated, Honoured, Respected, A dwelling place in the first land of hell. उद्विग्न, भ्रमित, सम्माननीय, आदरणीय, पहली धर्मा नरक पृथिवी के 13 प्रस्तारों में छठे प्रस्तार का छठा इन्द्रक बिल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रसुक विहारी- जो साधु ग्राम में एक रात और नगर में पाँच दिन तक रहते हैं वे प्रासुक विहारी कहलाते है। Prasuka vihari- A well conducting saint (Reg. prescribed rule of staying and movement)