भाव (सचित्त , अचित्त , मिश्र )!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव (सचित्त , अचित्त , मिश्र ) – Bhava(Sachitta, Achitta, Mishra). Reflections. जीव द्रव्य सचित भाव है , पुदगल आदि ५ द्रव्य अचित भाव हैं एंव पुदगल और जीव द्रव्यों का संयोग मिश्र भाव है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव (सचित्त , अचित्त , मिश्र ) – Bhava(Sachitta, Achitta, Mishra). Reflections. जीव द्रव्य सचित भाव है , पुदगल आदि ५ द्रव्य अचित भाव हैं एंव पुदगल और जीव द्रव्यों का संयोग मिश्र भाव है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हेयउपादेयबुद्वि – Heyaupaadeyabuddhi. Mentality of acceptance & non-acceptance of matters in a Samyagdrishti. सम्यग्दृष्टि द्वारा तत्वों मे हेय (छोड़न)े और उपादेय (ग्रहण करने योग्य) रुप मान्यता या रुचि।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == गुप्ति : == संरम्भे समारम्भे, आरम्भे च तथैव च। वच: प्रवर्तमानं तु, निवर्तयेद् यतं यति:।। —समणसुत्त : ४१३ यतना—सम्पन्न यति संरम्भ, समारम्भ व आरम्भ में प्रवत्र्तमान वचन को रोके—उसका गोपन करे। क्षेत्रस्य वृत्तिर्नगरस्य, खातिकाऽथवा भवति प्राकारा:। तथा पापस्य निरोध:, ता: गुप्तय: साधो:।। —समणसुत्त : ४१५ जैसे खेत की रक्षा…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हीयमान – Hiiramaana. A type of clairvoyance (which reduces due to passionate results). अवधिज्ञान के 6 भंेदो मे एक भेद। जो अवधिज्ञान संक्लेष परिणामो से धटता जावे।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परम औदारिक शरीर: Supremely pure gross body.केवली का शरीर जो निगोदिया जीवों से रहित होता है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिंसानंद – Himmsaanammda. To enjoy in violent or killing activities. हिंसा मे आनंद मानना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हस्त प्रहेलित – Hasta Prahelita. A unit of time. काल का प्रमाण विशेष- 48 लाख शीर्षप्रकंपित प्रमित काल।