प्रारब्ध योगी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारब्ध योगी- शुद्धात्मा भावना के प्रारम्भक और सूक्ष्म सविकल्प अवस्था में सिथत पुरुश। Prarabdha yogi- One engrossed in meditation inabsolutely
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारब्ध योगी- शुद्धात्मा भावना के प्रारम्भक और सूक्ष्म सविकल्प अवस्था में सिथत पुरुश। Prarabdha yogi- One engrossed in meditation inabsolutely
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतसागर – Shrutasaagara. Name of a saint in the group of Akampanacharya, Name of a Bhattarak of Nandi group, also name of the disciple of Acharya Shri Kunthusagar Maharaj. अकम्पनाचार्य के संघस्थ एक मुनि; इन्होने राजा श्रीधर्मा के मंत्रियो से शास्त्रार्थ कर उन्हें पराजित किया था ” नंदीसंघ बलात्कार गण में भट्टारक विद्यानंदि-2 के…
उत्तरप्रतिपत्ति Secondary treatise or exposition (except Acharya’s preaching). आचार्य परम्परागत उपदेशों से बाहर कीजिन श्रुतियाँ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीषेण – Shreesena. The past-birth (11th) soul of Lord Shaantinaath, Name of the 5th predestined Chakravarti (emperor). शांतिनाथ भगवान के पूर्व भव का 11वां भव, यह मगध देश का राजा था ” आगामी 5वें चक्रवर्ती का नाम “
आत्मयज्ञ A supreme sacrificial act of purifying soul. क्रोधाग्रि,कामाग्रि और उदराग्रि का वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना।यति मुनि आदि इस यज्ञ से मुक्ति प्राप्त करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इंद्रिय बल Sensual strength. 10 प्राणों में एक भेद वीर्यान्तराय एंव मतिज्ञानावरण कर्म के क्षयोपशम से प्राप्त इन्द्रियों की शक्ति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्ता ग्राहक शुद्ध द्रव्यार्थिक नय – Sattaa Graahaka Shuddha Dravyaarthika Naya. A standpoint emphasizing to the existence of matters. जो नय उत्पाद और व्यय को गौण करके मुख्य रूप से केवल सत्ता को ग्रहण करता है “
उन्मग्नजला नदी Name of a river of Vijayardha mountain. विजयार्ध पर्वत की तमिस्र गुहा में बहने वाली नदी इसे उन्मग्न इसलिये कहते हैं कि यह अपने जल में पड़े हुए द्रव्य को डुबाती नहीं है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]