संस्थान नामकर्म प्रकृति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्थान नामकर्म प्रकृति – Sansthaana Naamakarma Prakrti. Physique making Karma causing figure of the body. जिस कर्म के उदय से 6 प्रकार के संस्थानों में से कोई एक रूप शरीर का आकार हो “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्थान नामकर्म प्रकृति – Sansthaana Naamakarma Prakrti. Physique making Karma causing figure of the body. जिस कर्म के उदय से 6 प्रकार के संस्थानों में से कोई एक रूप शरीर का आकार हो “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनयसेन – Vinayasena. Name of an Achaeya, the disciple of Acharya Virasen. पंचस्तूप गुर्वावली के अनुसार धवलाकार आचार्य वीरेसेन स्वामी के शिष्य तथा काष्ठासंघ संस्थापक कुमारसेन के गुरु (ई. ८२०-८७०) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचमगति – Panchamagati. Bodiless state of salvation (siddha Gati). सिद्धगति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचित्त पूजा – Sachitta Poojaa. A type of worshipping of Lord Jinendra (in Samavasaran), Acharya (saints) etc. द्रव्यपूजा के 3 भेदों में एक भेद; प्रत्यक्ष उपस्थित जिनेन्द्र भगवान (समवशरण में) और गुरु आदि का यथायोग्य पूजन करना सचित्त पूजा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सोमशर्मा – Somasharmaa. Name of a Brahmin character of a Jaina tale. एक ब्रहामण, इसने अपनी कन्या सोश्री का विवाह गजकुमार से करने का निष्चय किया ही था कि गजकुमार विरक्त होकर दीक्षित हो गये । राजकुमार को ऐसा करने से क्रोध में आकर इसने उनके सिर पर अग्नि जलाई थी । उपसर्ग जीतकर…
उवधि An unwarranted behaviour . एक अतिचार मायाचारी पूर्वक अतिचार का अन्यथा कथन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूढी – परम्परागत, सर्वमान्य अर्थ अथवा लोक प्रसिद्ध। Rurhi-Old usage, Tradition, Convention
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वसुपाल – Vasupaal.: Name of a great Jain king of Magadh,who got many temples built at Abu mountains. मगध का एक प्रसिद्ध जैन राजा जिसने आबू पर्वत पर ऐतिहासिक आश्चर्यकारी जिनमंदिरों का निर्माण कराया “समय –ई .1197 “
उप्पल A number (10,000,000)14. एक संख्या प्रमाण अर्थात्(10,000,000)14[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उद्दिष्टत्याग प्रतिमा The 11th Pratima (model stage) of renunciation of specific food. 11 वीं प्रतिमा जिसमे अपने निमित्त बनाये भोजन लेने का त्याग होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]