नृत्यगोष्ठी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नृत्यगोष्ठी – Nrityagoshthee. Recreation; To organise dance programme. प्राचीन मनोरंजन का एक प्रमुख साधन; उत्सवों पर नृत्य गोष्ठियाँ की जाती थी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नृत्यगोष्ठी – Nrityagoshthee. Recreation; To organise dance programme. प्राचीन मनोरंजन का एक प्रमुख साधन; उत्सवों पर नृत्य गोष्ठियाँ की जाती थी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकवर पर्वत – मध्य लोक के 13 द्वीप का कुण्डलाकार पर्वत इस पर कुल 44 कूट है पूर्वादि दिषा में 8 – 8 कूट हैं जिन पर दिक्कुमारी देवियां रहती है।जो भगवान की माता की सेवा में जन्म कल्याणक के समय आती है। अभ्यंतर भाग में चार सिद्ध कूट है। Rucakavara parvata-name of a…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नील (नाम) – Neela (Naama). Name of the initiation-forest of lord Munisuvratnath a king of vanara dynasty. भगवान मुनिसुव्रतनाथ के दीक्षा वन का नाम, वानर वंश का एक राजा “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव प्रत्याख्यान – Bhava Pratyakhyana. Internally renunciation of inauspicious deeds. अशुभ परिणामों का मैं त्याग करूंगा ऐसा संकल्प करना भाव प्रत्याख्यान है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिवनंदि – Shivanandi. Name of a Bhattarak of Nandi group. नंदिसंघ बलात्कारगण वारां (राजस्थान) की गद्दी के एक भट्टारक ” समय- वि. 1148 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीच – Neecha. People from low caste, low-caste group. निम्न, नीच गोत्र व नीच कुल आदि “
उदय Rising (of Sun etc.), Fruition (of Karmas), Name of the 19th planet सूर्य का उदित होना द्रव्यो क्षेत्र काल भाव के अनुरूप कर्मों के फल का प्राप्तn होना ८८ ग्रहों में १९ वाँ ग्रह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन विवेक –Vachan Vivek : Wishful speaking ,Conscious speech. विवेक का एक भेद ;क्रोधादि कषाय उत्पन्न होने पर मैं मारूंगा इत्यादि वचन का प्रयोग न करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्तपान संयोजना – Bhaktapana Samyojana. Mixing of edibles (reg. green veg. & sterilized material). अजीवाधिकरण का एक भेद; सचित और अचित खानपान को एक दूसरे में मिलाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नराषि – चमकते हुए रत्नो का ढेर जो कि तीर्थकर की माता कांे 15 स्वप्न के रूप् मे दिखाई देते है जिसका अर्थ पुत्र गुणों की खान होगा। Ratnarasi- Sparkling jewels (the 15th dream mark of lord’s mother)