आदान भाव!
आदान भाव Not to impart knowledge in jealousy. मात्सर्य भाव ,ईर्ष्या भाव से किसी को ज्ञान दान न करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आदान भाव Not to impart knowledge in jealousy. मात्सर्य भाव ,ईर्ष्या भाव से किसी को ज्ञान दान न करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वनभूमि – Vanabhoomi: A land of natural temples with temple-trees (Chaitya Vriksh). अकृत्रिम चैत्यालयों को एक भूमि जिसमे चैत्यवृक्ष होते हैं “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == ज्ञान : == सुत्तं अत्थनिमेणं, न सुत्तमेत्तेण अत्थपडिवत्ती। अत्थगई पुण णयवाय गहणलीणा दुरभिगम्मा।। —सन्मति तर्क् प्रकरण : ३-६४ सूत्र (शब्द पाठ) अर्थ का स्थान अवश्य है, परन्तु मात्र सूत्र से अर्थ की प्रतिपत्ति नहीं हो सकती। अर्थ का ज्ञान तो गहन नयवाद पर आधारित होने से बड़ी कठिनता…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विपरिणाम – Viparinama. Changed results. सत् के द्वारा अवस्थान्तर की प्राप्ति करना विपरिणाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोकषाय – Nokashaaya. Subsidiary passion, Quasi passion. ईषत् अर्थात् किंचित् अर्थ में ‘नञ्’ का प्रयोग होने से किंचित् कषाय को अकषाय यो नोकषाय कहते है “
गुरुपूजा Paying reverence to teachers. शुभोपयोग , धर्मानुरागपूर्वक गुरु की उपासना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वध –Vadha: Killing,Beating violently. मारना – हिंसा करना (आयु ,इन्द्रिय ,श्वासोच्छ्वास का जुदा कर देना ),अहिंसाणुव्रत का एक अतिचार ; दंड आदि से मारना पीटना “यहाँ वध का अर्थ प्राणों का वियोग करना नहीं लिया है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भग्न – Bhagna. Dilapidated, broken, Disappointed, defeated. ध्वस्त या टुटा हुआ अथवा जिसका उत्साह भंग हो गाया हो “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रवर – Vajravara Name of the 9th island & ocean of middle universe. मध्यलोक का द्वीप व समुद्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैयायिक दर्शन – Naiyaayika Darshana. A philosophy. एक एकांत मत; जो ज्ञानदर्शन को जीव से पृथक मानते है एवं मोक्ष होने पर बुद्धि आदि गुणों का विनाश मानते है”