पारिव्राज्य क्रिया!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारिव्राज्य क्रिया – Parivrajya Kriya. Abandoning of worldly life after completing household duties. कर्त्रन्वयी ७ क्रियाओं में एक क्रिया; ग्रहस्थ धर्म का पालन करने के पश्चात् मुनि दीक्षा ग्रहण करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारिव्राज्य क्रिया – Parivrajya Kriya. Abandoning of worldly life after completing household duties. कर्त्रन्वयी ७ क्रियाओं में एक क्रिया; ग्रहस्थ धर्म का पालन करने के पश्चात् मुनि दीक्षा ग्रहण करना “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृगशिरा–Mragshira. Name of a lunar. एक नक्षत्र; इसका अधिपति देवता सोम एवं आकार हिरण के सिर सामान है” भगवान्संभवनाथ का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकपाल – Lokpaal.: The protecting deities. चतुर्निकाय के देवों के दस भेदों में एक प्रकार –इंद्र द्वारा नियुक्त लोक रक्षक देव जो कोतवाल के समान होते हैं “ये चार हैं –सोम , यम , वरुण और कुबेर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारणा – Parana. To take food after the fast. उपवास के बाद दूसरे दिन किया जाने वाला भोजन “
फालि द्रवय A part of Karmic aggregates. समुदाय रूप कर्म निषेकों का खण्ड। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लेपाहार –Lepaahaar.: Natural grasping of nutrition for the development of body(i.e. air, natural light, water-taking by plants). आहार का एक भेद – एकेन्द्रिय वनस्पति आदि जीवों के द्वारा मिट्टी , पानी, हवा, प्रकाश के रूप में जो आहार ग्रहण किया जाता है , वह लेपाहार है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापसंवर – Papasamvara. To become free from sins, cessation of sins. व्रतादि के द्वारा पाप से निवृत्ति प्राप्त करना “
त्रयंग नमस्कार A type of bowing, in which both hands are folded with joining them and head is bowed. नमस्कार का एक भेद दोनों हाथ और सिर से नमस्कार करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानकाहर- Panakahara. See- Panaka. देखें-पानक, यह आहार सल्लेखना के समय दिया जाता है”
त्रिसंयोगीस्थान प्ररूपणा Particular representation of different karmic nature. कर्म प्रकृतियों का उदय आदि की अपेक्षा विशेष निरुपण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]