निश्चय हिंसक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय हिंसक – Nishchaya Hinsaka. One who has not given up attachment, malice etc. जो प्रमाद व राग द्वेष आदि से सहित है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय हिंसक – Nishchaya Hinsaka. One who has not given up attachment, malice etc. जो प्रमाद व राग द्वेष आदि से सहित है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्र तात्पर्य – Shaastra Taatparya. Scriptural meanings. सूत्र के दो भेदों में एक भेद; परमार्थ से साक्षात मोक्ष के कारणभूत वीतरागपना या भेद ज्ञान ही शास्त्र तात्पर्य है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय रत्नत्रय – Nishchaya Ratnatraya. To be engrossed completely into the soul with right faith, knowledge & conduct. आत्मा का श्रद्धान, आत्मा का ज्ञान और आत्मा में ही लीन होना “
उद्भाव Origination, Production, Appearance. उत्पत्ति सन्तति उत्पादन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शाकल्य – Shakalya. A doctrine of ignorance, An ignorent one. अज्ञानवाद के 67 भेदों में एक भेद या एक अज्ञानवादी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय दर्शन – Nishchaya Darshana. View of absolute perception (soul is supreme). परम चैतन्य की विलास रूप लक्षण वाली प्रतीति अर्थात् शुद्धात्म तत्व ही उपादेय है ऐसी दृढ़ प्रतीति ” इसका निश्चय चारित्र के साथ अविनाभावी संभव है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावाभिनन्दी – Bhavabhinadi. The welcomer of the worldly existence. सांसारिक अस्तित्व का अभिनन्दन करने वाला “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == साहसी : == जाव य ण देन्ति हिययं पुरिसा कज्जाइं ताव विहणंति। अह दिण्णं तिय हिययं गुरुं पि कज्जं परिसमत्तं।। —कुवलयमाला जब तक साहसी पुरुष कार्यों की तरफ अपना ध्यान नहीं देते, तभी तक कार्य पूरे नहीं होते हैं। किन्तु उनके द्वारा कार्यों के प्रति हृदय लगाने से…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लौकिक क्रिया –Laukika Kriyaa Worldly activities or involvement. संसार में की जाने वाली व्यवहारिक क्रियाएं “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == गुणी : == लच्छीए विणा रयणायरस्स गम्भीरिमा तहज्जेव। सा लच्छी तस्स विणा कस्स न गेहे परिब्भई।। —गाहारयणकोष : ४५ लक्ष्मी के बिना भी रत्नाकर की गंभीरता तो वैसी ही बनी हुई है, किन्तु सागर को छोड़कर चली गई लक्ष्मी को कहाँ—कहाँ नहीं भटकना पड़ता ? ठाणेसु गुणा पथड़ा ठाणाणि,…