द्रविड़ संघ!
द्रविड़ संघ A group of Digambar Jain saints. दिगम्बर परम्परा के अन्तर्गत एक साधु संघ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रविड़ संघ A group of Digambar Jain saints. दिगम्बर परम्परा के अन्तर्गत एक साधु संघ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चित्रविचित्र Variegated, A king of Kuru dynasty. रंग -बिरंगा , कुरुवंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दोष Faults. त्रुटि , कमी, रागद्वेष आदि 18 दोष; अरिहंट परमात्मा इनसे रहित होते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चंचत्(चंचु) Name of the 11th Patal (layer) of ‘Saudharm’ heaven. सुधर्मा स्वर्ग का ११वें पटल का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तोत्र – Stotra. Spiritual and religion hymn.कविता के रुप मे किसी इष्ट देव का वर्णन करना। प्रषंसा स्तुति, स्तोत्र एकार्थवाची है। भिन्न-भिन्न आचार्यों ने अनेक स्तोत्र लिखे है।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सत्पुरुष : == दट्ठूण अण्णदोसं, सप्पुरिसो लज्जिओ सयं होइ। —भगवती आराधना : ३७२ सत्पुरुष दूसरे के दोष देखकर स्वयं में लज्जा का अनुभव करता है। (वह कभी उन्हें अपने मुंह से नहीं कह पाता)।
चरमावाली Last or ultimate Avali (a time period). अंतिम आवली ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधि – Samaadhi. Profound ordeep meditation (esp. with the concentration upon the soul). वीतराग भाव से आत्मा का ध्यान करना समाधि है अथवा समस्त विकल्पांे का नष्ट हो जाना समाधि है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभानुबंधा निर्जरा – Shubhaanubandhaa Nirjaraa. Dissociation of immature Karmas causing auspicious temperament. मिथ्याद्रिष्टियों की अविपाक निर्जरा-इच्छा निरोध न होने के कारण यह शुभानुबंधा निर्जरा कहलाती है
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूति – Bhuti. Name of the 24th chief disciple of Lord Rishabhadev. भगवान वृषभदेव के ८४ गणधरों में २४ वें गणधर का नाम “