जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं रीति, प्रीति, नीति
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं रीति, प्रीति, नीति हमारे आचरण और व्यवहार पर पूरे संसार की दृष्टि जमी है। सभी उस मार्ग का अनुसरण करते हैं जिस पर महाजन चलते हैं। महा यीन महान और जन मानी व्यक्ति । हम इसलिये विश्व गुरू कहलाये। यह पद हमारे को यूं ही नहीं मिल गया । इसके…