पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चन्दनामती माताजी की आरती रचयित्री – ब्र. कु. इन्दु जैन (संघस्थ) तर्ज- में तो भूल चली……………………………….. माता चन्दनामती जी की आज, सब…
आचार्य श्रीवीरसागर महाराज की आरती आर्यिका चंदनामती ॐ जय जय गुरुदेवा, स्वामी जय जय गुरुदेवा। जिनवर के लघुनन्दन-२, वीर सिन्धु देवा।।ॐ जय.।। तिथि आषाढ़ सुदी पूनो को, ईर ग्राम जन्मे। स्वामी………….. भाग्यवती माँ पिता रामसुख, तुमको पा हर्षे।।ॐ जय.।।१।। गुरू पूर्णिमा धन्य हुई तिथि, तुम सा गुरू पाकर। स्वामी………. हीरालाल नाम पा,…
पीठाधीश क्षुल्लक श्री मोतीसागर जी महाराज की आरती रचयित्री-ब्र. कु. इन्दु जैन (संघस्थ) मोतीसागर महाराज. आज तेरी आरती उतारूँ आरती उतारूँ, तेरी आरती उतारूँ ।। पीठाधीश महाराज, आज तेरी आरती उतारूँ । मोतीसागर महाराज, आज तेरी आरती उतारूँ ।। टेक. ।। पिता अमोलक जी हरषाए, माँ रूपा धन्य भाग्य कहाए । नगरी सनावद महान, आज…