गणिनी ज्ञानमती माताजी की आरती-4
गणिनी ज्ञानमती माताजी की आरती तर्ज—कभी राम बनके............. भक्ति भाव लेकर, दीपक थाल लेकर, गणिनी माता की आरती करें हम।।टेक.।। तुम ज्ञानमती कहलाईं, तुम बालसती बन आईं, दीपक हाथ लेकर, सबको साथ लेकर, गणिनी माता की आरती करें हम।।१।। इतिहास की तुम निर्मात्री,कई तीर्थों की प्रेरणाप्रदात्री, नई याद लेकर, भक्ति साथ...