भगवान शीतलनाथ चालीसा
श्री शीतलनाथ चालीसा दोहा श्री शीतल तीर्थेश को, जो वंदे कर जोड़। उसका मन शीतल बने, वच भी शीतल होय।।१।। रोग-शोक का नाश हो, तन शीतल हो जाए। फिर क्रमश: त्रैलोक्य में, शीतलता आ जाए।।२।। कल्पवृक्ष के चिन्ह से, सहित आप भगवान। इसीलिए इच्छा सभी, पूरी हों तुम पास।।३।। चौपाई एक बार इक शिष्य ने...