विकल!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकल – Vikala.: Deficient,Inadequate,Deprived of a part. अधूरा या किसी भाग अथवा अंश से वंचित ,सदोष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकल – Vikala.: Deficient,Inadequate,Deprived of a part. अधूरा या किसी भाग अथवा अंश से वंचित ,सदोष “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पूर्वाषाढ – Purvasarha. Name of a lunar. एक नक्षत्र का नाम “
घाती कर्म प्रकृति Nature of destructive Karmas. २६ देशघाती एवं २१ सर्वघाती कर्म प्रकृतियाँ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रमराहार:Accepting food-donation by saints without causing any difficulty to the donor. दाताओं को किसी भी प्रकार की बाधा पहुँचाये बिना मुनि द्वारा कुशलता से आहार लिया जाना ” इसे भ्रामरी वृत्ती भी कहते है “
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष]] == कायक्लेश : == सुखेन भावितं ज्ञाने, दु:खे जाते विनश्यति। तस्मात् यथाबलं योगी, आत्मानं दु:खै: भावयेत्।। —समणसुत्त : ४५३ सुखपूर्वक प्राप्त किया हुआ ज्ञान दु:ख के आने पर नष्ट हो जाता है। अत: योगी को अपनी शक्ति के अनुसार दु:खों के द्वारा अर्थात् कायक्लेशपूर्वक आत्म-चिन्तन करना चाहिए।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोग परिमाण व्रत:Vow of restricting worldly sensual enjoyments. शिक्षा व्रत का एक भेद; इसमें भोग उपभोग सम्बन्धी पदार्थो का परिमाण किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिमित्र – Namdimitra Name of the predestined 2nd Narayan, the 7th Balbhadra, the 82nd chief disciple (Gandhar) of Lord Rishabhdev, Name of a great saint possessing knowledge of 14 Purvas. आगामी दुसरे नारायण, सातवे बलभद्र. वृषभदेव के 82 वें गणधर, पांच श्रुत्केवली मुनियों में 14 पूर्व के ज्ञाता दुसरे मुनि का नाम ”
ग्राम Village, Rural place. बाड़ , आवृत , उद्यान और जलाशयों से युक्त कृषकों आदि की निवास भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]